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कृषि विभाग : रिश्वतखोरी की शिकायत पर किसान को थमाया नोटिस, 24 घंटे में मांगा जवाब

रिश्वतखोरी की शिकायत करने पर अफसरों ने किसान को ही नोटिस थमा दिया और उससे नोटिस का जवाब 24 घंटे में देने को कहा। किसान ने इस पर एतराज करने हुए मामले की शिकायत डीएम समेत शासन स्तर पर की है।

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KP Singh
कृषि विभाग
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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बरेली। बहेड़ी में ईकेवाईसी के नाम पर 300 किसानों को गुमराह कर अंगूठा लगवाकर अनुदानित बीज हड़पने वाले कृषि विभाग के कर्मचारियों का एक और कारनामा सामने आया है। अब एक किसान ने कृषि विभाग के बाबू पर रोटावेटर पर मिलने वाली सब्सिडी जारी करने के एवज में 5000 रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। किसान ने मामले की शिकायत डीएम समेत शासन स्तर पर की है। 

बरेली के मझगंवा ब्लॉक के गांव शिवनगर नौगवां में रहने वाले किसान चैतन्य प्रकाश के मुताबिक उनका कृषि यंत्रीकरण योजना में रोटावेटर खरीदने के लिए चयन हुआ है। चयन होने के बाद पिछले साल उन्होंने रोटावेटर खरीद लिया, जिसका पिछले साल 28 दिसंबर को सत्यापन भी हो गया। सत्यापन का कार्य पूरा होने के बाद कृषि विभाग की ओर से उन्हें सब्सिडी दी जानी थी लेकिन अब तक उन्हें सब्सिडी नहीं मिली है। 

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किसान के मुताबिक सब्सिडी जारी करने के लिए वह कृषि विभाग कार्यालय में तैनात बाबू प्रखर सक्सेना से मिले तो उन्होंने सब्सिडी जारी कराने के एवज में उनसे पांच हजार रुपये की मांग की। इस मामले की उन्होंने उप निदेशक कृषि से शिकायत की लेकिन उन्होंने बाबू के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि उनसे ही स्पष्टीकरण मांगा है। 

किसान का वीडियो भी हुआ था वायरल

किसान चैतन्य प्रकाश का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें किसान ने अपनी पीड़ा बयां की थी। किसान का कहना है कि उप कृषि निदेशक से शिकायत के बाद भी जब बाबू के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो 20 फरवरी को उन्होंने डीएम से शिकायत की। साथ ही वीडियो वायरल किया। इस पर 21 फरवरी को उप निदेशक कृषि ने किसान को नोटिस भेजकर 22 फरवरी तक जवाब दाखिल करने को कहा।

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कार्रवाई नहीं हुई तो सीएम दरबार में देंगे हाजिरी

किसान ने कहा कि वह पहले ही शपथ पत्र के साथ अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं। विभाग में सुनवाई न होने पर उच्च अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं अगर अब भी इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो वह लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पेश होकर अधिकारियों की कार्यशौली की शिकायत करेंगे। 

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बाबू बोला- ऊपर तक देना होता है पैसा

किसान चैतन्य प्रकाश के मुताबिक बाबू के रिश्वत मांगने की शिकायत जब उन्होंने कृषि उप निदेशक से की तो उन्होंने बाबू को अपने कमरे में बुलाकर पूछताछ की। इसके 15 मिनट बाद वह दोबारा बाबू के कक्ष में गए तो बाबू ने कहा कि पांच हजार रुपये दिए बिना फाइल पास नहीं होगी, उसे ऊपर तक पैसा देना होता है। किसान ने कृषि उप निदेशक पर कर्मचारी को नोटिस के साथ घर भेजकर धमकाने का आरोप भी लगाया है। साथ ही बाबू पर बारबार फोन करके मानसिक दबाव बनाने की शिकायत की है।

किसान ने डीएम के यहां शिकायत की है, इसकी जांच आगे बढ़ाई जा सके इसलिए किसान से लिखित जवाब मांगा है। वह चाहे तो एक-दो दिन में जवाब दे सकते हैं। जवाब मिलने के बाद ही आगे की जांच की जा सकेगी। - अभिनंदन सिंह, उप कृषि निदेशक

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