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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस खतरा और वरदान दोनों... बस इस्तेमाल का तरीका जानते हो तब

सीए छात्रों के लिए दो दिवसीय छात्र सम्मेलन आभास का समापन शनिवार को हुआ। जिसे बोर्ड ऑफ स्टडीज आईसीएआई के माध्यम से सिकासा की बरेली शाखा द्वारा आयोजित किया गया था।

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Sudhakar Shukla
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बरेली संवाददाता

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बरेली। सीए छात्रों के लिए दो दिवसीय छात्र सम्मेलन आभास का समापन शनिवार को हुआ। जिसे बोर्ड ऑफ स्टडीज आईसीएआई के माध्यम से सिकासा की बरेली शाखा द्वारा आयोजित किया गया था। दो दिनों में कई छात्रों ने सैद्धांतिक विषयों के साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता की थीम पर अपनी प्रस्तुति दी। दूसरे दिन का विषय ब्लॉकचेन, क्रिप्टोकरेंसी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और ऑडिट आदि से संबंधित था।

खतरा और वरदान दोनों है

सिकासा के अध्यक्ष सीए नवीन अग्रवाल ने छात्रों को बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस खतरा और वरदान दोनों है और अगर इसका इस्तेमाल अच्छी नीयत से किया जाए तो यह बहुत फायदेमंद हो सकता है।

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कई क्षेत्रों में किया जा रहा है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग

शाखा के अध्यक्ष सीए रवि जौहरी ने छात्रों से सम्मेलन से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से अधिक से अधिक इनपुट लेने को कहा और उनकी सीख के बारे में पूछा। तकनीकी सत्र के अध्यक्ष और बरेली शाखा के पूर्व अध्यक्ष सीए सुधीर मेहरोत्रा ​​ने छात्रों को बताया कि अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कई क्षेत्रों में किया जा रहा है और इससे लाभ उठाया जा सकता है।

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निरंतर अभ्यास के महत्व के बारे में बताया।

प्रेरक सत्र के अध्यक्ष सीए अरविंद सिंह ने छात्रों को डेटा गोपनीयता के महत्व और भारत में स्वदेशी सर्वर की साझा आवश्यकता के बारे में बताया। प्रेरक सत्र की शुरुआत सीए ध्रुव गोयल के भाषण से हुई, जिन्होंने छात्रों को सीए छात्र के जीवन में निरंतर अभ्यास और कड़ी मेहनत के महत्व के बारे में बताया।

स्क्रीनटाइम कम करने के टिप्स भी दिए।

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दिल्ली से आए एक अन्य प्रेरक वक्ता सीए पीएस बेनीवाल ने विद्यार्थियों को पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखने के बारे में मार्गदर्शन दिया। उन्होंने पढ़ाई के लिए समय बचाने के लिए दैनिक जीवन में स्क्रीनटाइम कम करने के टिप्स भी दिए।

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मानव बुद्धिमत्ता की जगह नहीं ले सकती आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस।

पूर्व चेयरमैन सीए रीतेश अग्रवाल ने विद्यार्थियों से संवाद किया और समझाया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मानव बुद्धिमत्ता की जगह नहीं ले सकती। सत्र में कोषाध्यक्ष सीए प्रतीक अग्रवाल, सचिव सीए गौरव अग्रवाल, सीए अमित टंडन, सीए सुमित अग्रवाल, सीए स्पर्श अग्रवाल, सीए अतुल अग्रवाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे और सीए विद्यार्थियों को अपना बहुमूल्य मार्गदर्शन दिया।

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नई तकनीकों के विभिन्न पहलुओं के बारे में जाना।

अंत में चिन्मय अग्रवाल को सम्मेलन का सर्वश्रेष्ठ पेपर प्रस्तुतकर्ता घोषित किया गया। विद्यार्थियों को सम्मेलन में उनकी भागीदारी के लिए भागीदारी प्रमाण पत्र और मोमेंटो प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन खुशी अग्रवाल और चिन्मय अग्रवाल ने किया। सम्मेलन में कई विद्यार्थियों ने भाग लिया और नई तकनीकों के विभिन्न पहलुओं के बारे में जाना।

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