Advertisment

5000 की घूस मांगने वाले बाबू को खुलकर बचाने उतरे डिप्टी डायरेक्टर कृषि

कृषि विभाग में किसानों को अनुदानित बीज देने के बदले में 5000 की घूस मांगने वाले बाबू प्रसार सक्सेना को जांच में बचाने के लिए डिप्टी डायरेक्टर कृषि अभिनंदन सिंह खुलकर मैदान में उत्तर पड़े हैं।

author-image
Sudhakar Shukla
aggriculture
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

बरेली, वाईबीएन संवाददाता

बरेली। कृषि विभाग में किसानों को अनुदानित बीज देने के बदले में 5000 की घूस मांगने वाले बाबू प्रखर सक्सेना को जांच में बचाने के लिए डिप्टी डायरेक्टर कृषि अभिनंदन सिंह खुलकर मैदान में उत्तर पड़े हैं। उन्होंने बाबू प्रखर सक्सेना से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगने के बजाय पीड़ित किसान से ही 24 घंटे में घूस मांगने का स्पष्टीकरण मांग लिया है। जब भी किसान पहले ही डीएम को फोन की कॉल डिटेल दिखाकर शपथ पत्र दे चुका है।

कृषि विभाग में अनुदानित बीज के लिए घूस मांगने का आरोप

दो दिन पहले ब्लॉक मझगवां के एक गांव में रहने वाले किसान का एक वीडियो वायरल हुआ था। उसमें किसान ने यह बताया था कि कृषि विभाग से अनुदानित बीज लेने के लिए उसने आवेदन किया था। लॉटरी सिस्टम से हुए ड्रा में अनुदानित बीज के लिए उसका चयन भी हो गया। इसके बाद डिप्टी डायरेक्टर कार्यालय के कर्मचारी कुलदीप का उसके पास फोन आया। जिसमें उसने अनुदानित बीज वितरण का पटल देखने वाले बाबू प्रखर सक्सैना से मिल लेने की बात कही थी।

इसे भी पढ़ें-कमिश्नर की टीम अचानक पहुंची ज़िला अस्पताल, मचा हड़कंप, जानिए क्यों

agriculture

कृषि विभाग के बाबू पर घूस मांगने का आरोप, डिप्टी डायरेक्टर ने की अनदेखी

Advertisment

जब किसान डिप्टी डायरेक्टर कृषि कार्यालय में उनसे मिलने गया तो बाबू प्रखर सक्सैना ने उसे अनुदानित बीज देने के बदले में ₹5000 की घूस मांगी। किसान ने बाबू के घूस मांगने की शिकायत डिप्टी डायरेक्टर कृषि अभिनंदन सिंह से की तो डिप्टी डायरेक्टर ने किसान की बात को अनसुना कर दिया और बाबू के घूस मांगने की बात को अपनी मौन स्वीकृति दे दी।

इसे भी पढ़ें-शाहजहांपुर के तिलहर ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ बरेली के इज्जतनगर थाने में FIR

किसान ने डीएम से की शिकायत, शपथ पत्र में घूस मांगने का लगाया आरोप

जब किसान की बात नहीं सुनी गई तो वह जिलाधिकारी से मामले की शिकायत करने गया। यहां किसान चैतन्य प्रकाश ने डीएम को शपथ पत्र पर लिखकर शिकायत की। उसमे किसान ने बताया कि कृषि विभाग के बाबू प्रखर सक्सैना के द्वारा उसे अनुदानित बीज देने के बदले में ₹5000 की घूस मांगी गई।

Advertisment

agriculture

डीएम ने दिए कार्रवाई के निर्देश, डीडी कृषि ने किसान को भेजा नोटिस

जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने किसान की बात को गंभीरता से संज्ञान लेते हुए डिप्टी डायरेक्टर कृषि अभिनंदन सिंह को बुलाकर कड़ी फटकार लगाई और बाबू प्रखर सक्सैना पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद डिप्टी डायरेक्टर कृषि अभिनंदन सिंह खुलकर बाबू पर प्रखर सक्सेना के बचाव में उत्तर पड़े। डीडी कृषि अभिनन्दन सिंह ने किसान को नोटिस जारी करके 24 घंटे में घूस मांगने का स्पष्टीकरण और साक्ष्य देने की बात शपथ पत्र पर लिखकर देने के लिए कहीं। जबकि इस मामले में किस पहले ही जिलाधिकारी को शपथ पत्र दे चुका है।

इसे भी पढ़ें-ननद ने झगड़ा किया, भाभी ने जहर खाकर जान दी, पांच पर दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज

कृषि विभाग में भ्रष्टाचार, किसान को नोटिस देकर बचाव में जुटे अधिकारी

किसान चेतन्य प्रकाश का कहना है कि डिप्टी डायरेक्टर कृषि अभिनंदन सिंह किसी तरह से अपने कार्यालय के बाबू प्रखर सक्सेना को ₹5000 की घूस मांगने के मामले में बचाना चाहते हैं। वहां बिना मतलब के स्पष्टीकरण और साक्ष्य मांगकर बाबू को क्लीनचिट देने की तैयारी कर चुके हैं। अब उसके नाम से नोटिस जारी करके सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं। भ्रष्ट बाबूओ पर कृषि विभाग में किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। 50 किसानों को अनुदानित बीच के आवेदन लंबित पड़े हुए हैं। बाबू प्रति किसान ₹5000 की घूस नहीं मिलने के चलते सभी मामले लटकाए हुए हैं।    

Advertisment
Advertisment
Advertisment