Advertisment

राष्ट्र हित में आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण सबके लिए जरूरी-पंकज कुदेशिया

भूकम्प,बाढ़ और आग लगने जैसी विनाशकारी आपदाओं से राष्ट्र को सर्वाधिक क्षति नागरिकों को आपदा प्रबंधन की जानकारी न होने के कारण होती है। इसलिए आपदा से होने वाली क्षति को न्यून करने के लिए सबको इसका प्रशिक्षण अवश्य लेना चाहिए।

author-image
Sudhakar Shukla
earthquack
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

बरेली संवाददाता

बरेली। भूकम्प,बाढ़ और आग लगने जैसी विनाशकारी आपदाओं से राष्ट्र को सर्वाधिक क्षति नागरिकों को आपदा प्रबंधन की जानकारी न होने के कारण होती है। इसलिए आपदा से होने वाली क्षति को न्यून करने के लिए सबको इसका प्रशिक्षण अवश्य लेना चाहिए।

इसे भी पढ़ें-ट्राला के नीचे आई बाइक, दुर्घटना में मां और बेटे ने गवांई जान।

बरेली कालेज की एनएसएस छात्राओं  को सिखाया सीपीआर व आग बुझाना

यह बात नागरिक सुरक्षा कोर के सहायक उपनियंत्रक पंकज कुदेशिया ने बरेली कालेज शिक्षा संकाय परिसर में एनएसएस की छात्राओं को चार दिवसीय प्रशिक्षण के समापन अवसर पर कही। एडीसी पंकज कुदेशिया ने आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण के दौरान आग लगने के कारक तत्वों,आग के प्रकार तथा छोटी आग को बुझाने के तरीके व अग्नशमन यन्त्र का उपयोग करना सिखाया। उन्होंने कहा कि बड़ी आग लगने पर 112 नम्बर डायल कर घटना स्थल व आग के प्रकार की सही जानकारी देकर भी बड़ी क्षति होने से बचाया जा सकता है।

इसे भी पढ़ें-जरा सी बात पर पति से गुस्सा होना पत्नी को पड़ा भारी, पति ने मौत को लगाया गले।

Advertisment

earthquack

जान बचाने की महत्वपूर्ण जानकारी दी।

भूकम्प आने पर स्वयं को सुरक्षित रखते हुए जन-धन की हानि को बचाने के तरीके भी बताये। इससे पूर्व एडीसी प्रमोद डागर ने छात्राओं को हृदयाघात होने पर सीपीआर देकर लोगों की जान बचाने की महत्वपूर्ण जानकारी दी।

इसे भी पढ़ें-महाकुंभ जाने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी, जानिए पूरी खबर यंग भारत न्यूज पर

डिवीजनल वार्डन ने छात्राओं की सराहना की।

डिवीजनल वार्डन दिनेश यादव ने छात्राओं की प्रशिक्षण में रुचि व उत्साह की सराहना की। इस अवसर पर सिविल डिफेंस के स्टाफ आफीसर आलोक शंखधर, घटना नियंत्रण अधिकारी  अनिल कुमार शर्मा उपस्थित थे। प्रशिक्षण शिविर आयोजन शिक्षा संकाय प्रभारी डा.प्रतिभा शर्मा, राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डा.सारा बासु,डा.शीतल गुप्ता एवं डा.अमिता गुप्ता के निर्देशन में  किया गया।

Advertisment
Advertisment
Advertisment