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सेना के 42 सैनिकों को विशिष्ट सेवा मंडल और प्रमाण पत्र

भारतीय सेना की मध्य कमान ने रविवार को उत्तर भारत क्षेत्र मुख्यालय, बरेली सैन्य स्टेशन में एक भव्य अलंकरण समारोह का आयोजन किया। वीरता और विशिष्ट सेवाओं के लिए 20 सैनिकों को सम्मानित किया गया

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Sudhakar Shukla
lieutenant general anindya sengupta
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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बरेली। भारतीय सेना की मध्य कमान ने रविवार को उत्तर भारत क्षेत्र मुख्यालय, बरेली सैन्य स्टेशन में एक भव्य अलंकरण समारोह का आयोजन किया। इस दौरान वीरता और विशिष्ट सेवाओं के लिए 20 सैनिकों को सम्मानित किया गया, जबकि 22 सैन्य इकाइयों को जीओसी-इन-सी मध्य कमान यूनिट प्रशंसा पत्र से नवाजा गया।

सेना के जवानों के बलिदान को नमन

मध्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) लेफ्टिनेंट जनरल Anindya Sengupta (पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम) ने पुरस्कार विजेताओं को उनकी असाधारण बहादुरी, कर्तव्यपरायणता और राष्ट्र सेवा में योगदान के लिए सम्मानित किया। उन्होंने समारोह में सैनिकों और उनके परिवारों के त्याग और समर्पण की सराहना की। अपने संबोधन में उन्होंने सभी सैनिकों को सेना की गौरवशाली परंपराओं को बनाए रखने और अपने कर्तव्यों का निष्ठा व साहस के साथ पालन करने के लिए प्रेरित किया।

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वीरता के नायक: सेना पदक से नवाजे गए जांबाज योद्धा

बार टू सेना पदक (वीरता) से सम्मानित लेफ्टिनेंट कर्नल नितिन कुमार सिंह ने असाधारण वीरता और नेतृत्व का परिचय दिया। उनकी बहादुरी ने न केवल उनके साथियों को प्रेरित किया बल्कि सेना की गौरवशाली परंपराओं को भी कायम रखा।

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सेना पदक (वीरता) प्राप्त करने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल विवेक कुमार सिंह, मेजर पुष्पिंदर सिंह वर्मा, मेजर तुफैल अहमद, मेजर गोविंद सिंह और मेजर रामसागर पांडे ने अपने अद्वितीय साहस और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया। ये सभी अधिकारी कठिन परिस्थितियों में भी अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए देश की रक्षा में जुटे रहे।

कैप्टन विमान्यु त्यागी, सूबेदार हरवीर सिंह (सेवानिवृत्त), हवलदार सुदेश कुमार, नायक लोकिंदर शर्मा, कार्यवाहक लांस दफादार (एएलडी) राजेश कुमार और पैराट्रूपर सुशील ने अदम्य साहस और वीरता का प्रदर्शन किया। इनके योगदान से न केवल देश की रक्षा सुनिश्चित हुई बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी ये प्रेरणास्रोत बने।

इसके अलावा, 11 सैनिकों को सेना पदक (वीरता), 3 को सेना पदक (विशिष्ट) और 6 को विशिष्ट सेवा पदक (वीएसएम) प्रदान किए गए। इन वीर सैनिकों ने अपने असाधारण समर्पण और कर्तव्यपरायणता के जरिए सेना की उच्च परंपराओं को बनाए रखा और देश की सुरक्षा को सर्वोपरि रखा।

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श्रेष्ठ सैन्य स्टेशनों को स्वच्छता पुरस्कार

भारतीय सेना स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सैन्य स्टेशनों को प्रोत्साहित कर रही है। इसी क्रम में, उन सैन्य स्टेशनों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने स्वच्छता और हरित पहल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इन पुरस्कारों का उद्देश्य सेना में स्वच्छता को बढ़ावा देना और टिकाऊ जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रेरित करना है।

पुरस्कार समारोह के दौरान, अधिकारियों ने सैन्य स्टेशनों में चलाए गए स्वच्छता अभियानों और हरित परियोजनाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि ये प्रयास केवल स्वच्छता तक सीमित नहीं हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, जल प्रबंधन और अपशिष्ट निस्तारण जैसी योजनाओं को भी शामिल करते हैं।

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सेना द्वारा इन सैन्य स्टेशनों को प्रोत्साहन देने से सैनिकों और उनके परिवारों के जीवन स्तर में सुधार होगा। इसके साथ ही, स्वच्छता और हरित वातावरण की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इस पहल के तहत, सैन्य स्टेशनों में वृक्षारोपण, ऊर्जा संरक्षण और कचरा प्रबंधन जैसी योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।

इन ट्रॉफियों को प्राप्त करने वाले सैन्य स्टेशनों ने अपने क्षेत्रों में कड़े स्वच्छता मानकों को लागू किया और हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए विशेष योजनाएँ चलाईं। लखनऊ, महू, और बरेली जैसे बड़े सैन्य स्टेशन जहां बड़ी संख्या में सैनिक और उनके परिवार रहते हैं, वहीं लैंसडाउन, जमशेदपुर और शाहजहाँपुर जैसे छोटे सैन्य स्टेशनों ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर यह सम्मान प्राप्त किया।

सेना के वरिष्ठ अफसर रहे मौजूद

इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने कहा कि पुरस्कार विजेता सैनिकों और उनके परिवारों का योगदान अमूल्य है। उन्होंने सभी सैन्य कर्मियों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को राष्ट्र सेवा के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा दी। समारोह में सेना के वरिष्ठ अधिकारी, पुरस्कार विजेताओं के परिवारजन और अन्य सैन्यकर्मी उपस्थित रहे।

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