/young-bharat-news/media/media_files/2025/02/04/cGKOGi8F3IUICDSyqkls.jpg)
00:00
/ 00:00
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे को अभिलेखों में कब्जामुक्त दिखाने के मामले में कार्रवाई तेज हो गई है। अवैध कब्जेदारों के खिलाफ पहले ही FIR दर्ज की जा चुकी है, और अब इस मामले में मीरगंज के तहसीलदार विशाल कुमार शर्मा का ट्रांसफर कर उन्हें बरेली सदर कलक्ट्रेट से संबद्ध कर दिया गया है। उनके स्थान पर तहसीलदार सदर भानु प्रताप सिंह को मीरगंज तहसीलदार और न्यायिक तहसीलदार का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है।
इसे भी पढ़ें-सरस्वती शिशु मंदिर में मनाया बसंत पंचमी महोत्सव
इस पूरे मामले की जांच एडीएम सिटी सौरभ दुबे कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
इसे भी पढ़ें-आईवीआरआई में देश भर के पशु चिकित्सा अधिकारियों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर
नवाबगंज के नायब तहसीलदार शुभम पांडेय को फरीदपुर नायब तहसीलदार नियुक्त किया गया है। एडीएम प्रशासन दिनेश ने फरीदपुर के नायब तहसीलदार अभिषेक तिवारी को नवाबगंज नायब तहसीलदार के पद पर ट्रांसफर कर दिया है।
इसे भी पढ़ें-सुरेश बाबू मिश्रा को मिलेगा प्रताप नारायण मिश्र सम्मान
अधिकारियों के निर्देश पर हल्का लेखपाल अनिल कुमार ने इन कब्जेदारों के विरुद्ध FIR दर्ज कराई थी। सरकारी भूमि पर पक्का निर्माण करने के आरोप में सिंधौली निवासी इरफान, आसिफ, जाबिर कुरैशी, अब्दुल हकीम, नबी अहमद, इरशाद, अनवार और रजा हुसैन के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
इसे भी पढ़ें-खाद की दुकानों पर छापा, चार नमूने लिए, लाइसेंस निलंबित
जांच में पाया गया कि वाद धारा 67 के तहत नबी अहमद बनाम ग्राम सभा के मामले में तहसीलदार ने खाद के गड्ढों पर अवैध कब्जा न होने की रिपोर्ट दी थी, जबकि लेखपाल के अनुसार वहां पक्का निर्माण किया गया था। मीरगंज तहसील क्षेत्र के सिंधौली गांव में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा होने के बावजूद उसे दस्तावेजों में कब्जामुक्त दिखाया गया था। इस मामले का खुलासा डीएम रविन्द्र कुमार के निरीक्षण के दौरान हुआ।