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Rohilkhand University के मानविकी विभाग में 'इंडो ताइवान कल्चरल एक्सचेंज' का आयोजन

महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय के मानविकी विभाग में "इंडो ताइवान कल्चरल एक्सचेंज" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सहयोग, संस्कृति और रचनात्मकता को बढ़ावा देना था।

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Sudhakar Shukla
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय के मानविकी विभाग में  "इंडो ताइवान कल्चरल एक्सचेंज" कार्यक्रम का  आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सहयोग, संस्कृति और रचनात्मकता को बढ़ावा देना था। इसके साथ ही ताइवानी न्यू ईयर, जिसे लूनर न्यू ईयर भी कहा जाता है, को भी सेलिब्रेट किया गया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के. पी. सिंह ने किया कार्यक्रम का उद्घाटन

कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो के पी सिंह ने किया।  वह कार्यक्रम अध्यक्ष की भूमिका में उपस्थित थे ।ताइवान की तरफ़ से मुख्य अतिथि पीटर्स चेन , डायरेक्टर  ताइवान एंड इकोनॉमिक कल्चरल सेंटर,दिल्ली ने भाग लिया।  ताइवान से अन्य शिक्षक भी ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े थे l

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छात्रों के लिए भारत-ताइवान मित्रता के लाभों पर चर्चा

महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के मानविकी विभाग मे संचालित बहुभाषिक अध्ययन केंद्र के तहत संचालित मैंडरिन भाषा की शिक्षिका मिस चिया ली चेन ने ताइवान के कल्चर के बारे में बताते हुए लूनर न्यू ईयर के महत्व को समझाया।  मिस चिया ली चेन   विश्वविद्यालय में रहकर ही छात्रो को मैंडरिन भाषा में डिप्लोमा की शिक्षा प्रदान करती हैं। मानविकी विभाग की अध्यक्ष और बहुभाषिक केंद्र की समन्वयक डॉ० अनीता त्यागी ने स्वागत भाषण में भारत और ताइवान देशों के बीच समानताओं को बताते हुए दोनों देशों की मित्रता से अपने छात्रों को होने वाले फायदे के बारे में चर्चा की।

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पिछले दो वर्षों में कई छात्र ताइवान जाकर कर चुके हैं पढ़ाई

विश्वविद्यालय में मैंडरिन भाषा को पढ़ने वाले छात्रों को ताइवान स्कालरशिप प्रदान करता है। जिससे छात्र ताइवान जाकर एक साल तक पढ़ाई करते हैं और उनके रहने खाने व पढ़ाई का सभी खर्च ताइवान सरकार उठाती है। विश्वविद्यालय से अभी तक पिछले दो सालों में कई छात्र ताइवान जाकर पढ़ाई कर चुके हैं। कुछ छात्र इस वर्ष भी वहां जाने की तैयारी में है l कुलपति के प्रयासों से विश्वविद्यालय का ताइवान से एक MoU भी साइन हुआ है, जिसके अंतर्गत छात्रों को ये अवसर उपलब्ध हो पा रहा है l

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कुलपति ने छात्रों को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के लिए किया प्रेरित

अध्यक्षीय भाषण में कुलपति ने छात्रों को देश विदेश में जाकर पढ़ाई करने और इसके साथ ही अपनी प्रतिभाओं को निखारने के लिए प्रोत्साहित किया। मैंडरिन भाषा में बहुत सारे छात्र छात्राओं ने प्रदर्शन किया जिसको देखकर कुलपति के साथ वहाँ उपस्थित अतिथि गण बहुत प्रसन्न हुए l कुलपति ने छात्रों को शाबाशी देते हुए अन्य भाषाओं में भी अधिक से अधिक पारंगत होने के लिए प्रोत्साहित किया।

भारत-ताइवान की मित्रता के प्रतीक स्वरूप झंडों का सम्मान

उपस्थित गणमान्य अतिथियों, विभागाध्यक्ष, शिक्षकों एव विद्यार्थियों ने भारत और ताइवान के झंडों को दोनों देशों के राष्ट्रीय गीत पर सम्मान पूर्वक लहराया। इसके साथ ही ताइवान की विशेष चाय बोबा टी और भारतीय चाय के एक्सचेंज कार्यक्रम के साथ दोनों देशों के मैत्री सबंधों को और भी मजबूत करने का संकल्प लिया l 
कार्यक्रम में क्रीड़ा सचिव व इंटरनेशनल रिलेशंस डायरेक्टर प्रो बेदी , इंजीनियरिंग संकायाध्यक्ष प्रो शोभना सिंह, अन्य शिक्षकों के अतिरिक कुलसचिव संजीव सिंह , वित अधिकारी विनोद कुमार , सहायक कुलसचिव सुनीता यादव व विभाग के सभी शिक्षक कर्मचारी और विधार्थी उपस्थित थे।l

 
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में विभिन्न खेल गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें सभी ने बड़े उत्साह से भाग लिया।

कार्यक्रम का समापन 4:00 बजे हुआ, जिसमें मानविकी विभाग के अध्यक्ष और अन्य शिक्षकों ने अपनी शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम का संचालन उत्तम मित्तल ने किया।

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