बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव और बहेड़ी से विधायक अताउर्रहमान पर तालाब की जमीन पर अवैध कब्जा कर कार्यालय बनाने का आरोप लगा है। इस मामले में बरेली मंडल की कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने सख्त रुख अपनाते हुए डीएम को जांच के आदेश दिए हैं और दो दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। कमिश्नर सौम्या अग्रवाल इस मुद्दे पर अब तक डीएम को 11 बार पत्र लिख चुकी हैं, लेकिन कार्रवाई की गति को लेकर सवाल बने हुए हैं।
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सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार की अपील पर प्रशासन हरकत में
भाजपा सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार ने 31 अक्टूबर 2022 को शिकायत दर्ज कराई थी कि बहेड़ी में तालाब की जमीन पर कब्जा कर विधायक अताउर्रहमान ने अपना कार्यालय बना लिया है। इस शिकायत के आधार पर कमिश्नर कार्यालय ने जांच के आदेश जारी किए थे, लेकिन लंबे समय तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच प्रक्रिया में तेजी ला दी है, और जल्द ही रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
11 पत्र, 2 साल और अब तक कोई जवाब नहीं
कमिश्नर कार्यालय की ओर से पिछले दो वर्षों में इस मामले की जांच के लिए कलेक्ट्रेट को 11 पत्र भेजे गए, लेकिन किसी का भी जवाब नहीं मिला। पहला पत्र 8 दिसंबर 2022 को भेजा गया था, इसके बाद क्रमशः 14 दिसंबर 2022, 23 दिसंबर 2022, 27 जनवरी 2023, 27 मार्च 2023, 27 सितंबर 2024, 19 अक्टूबर 2024, 2 दिसंबर 2024 और 10 जनवरी 2025 को भी पत्र भेजे गए। बावजूद इसके अब तक कोई रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई, जिससे प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं और मामले में लापरवाही की आशंका जताई जा रही है।
कमिश्नर की चेतावनी, रिपोर्ट में देरी पर जवाबदेही तय होगी
कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने डीएम रविंद्र कुमार को पत्र भेजकर नाराजगी जाहिर की है और अधिकतम दो दिन के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। पत्र में अब तक भेजे गए सभी 11 पत्रों का भी उल्लेख किया गया है, जिनका कोई जवाब नहीं मिला। भाजपा सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार ने कहा, "विधायक ने तालाब की छह बीघा जमीन पर अवैध रूप से अपना कार्यालय बना लिया है। यदि इसकी पैमाइश कराई जाए, तो सच्चाई सामने आ जाएगी। प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करते हुए इस जमीन को कब्जा मुक्त कराना चाहिए।"