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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शाहबुद्दीन रजवी ने सीएम योगी के कठमुल्ला बयान पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि वो सूबे के मुखिया है उन्हें इस तरह के बयान नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को मर्यादा में रहकर जुबान का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा मौलाना ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा रमजान के महीने में मुस्लिम कर्मचारियों को एक घंटे की कार्यकाल में छूट देने के फैसले का स्वागत किया, और उत्तर प्रदेश सरकार से भी इसे लागू करने की अपील की है।
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विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा विपक्ष पर निशाना साधते हुए "कठमुल्ला" शब्द के इस्तेमाल पर मौलाना शहाबुद्दीन ने कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जैसे उच्च पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि योगी आदित्यनाथ केवल एक धार्मिक गुरु ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के मुखिया भी हैं, और इस नाते उन्हें अपनी मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। मौलाना ने कहा कि विधानसभा जैसी गरिमामयी जगह पर संयमित भाषा का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, क्योंकि एक मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी केवल प्रशासनिक नेतृत्व तक सीमित नहीं होती, बल्कि उनकी भाषा और व्यवहार भी प्रदेश की जनता के लिए उदाहरण होते हैं।
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मौलाना शाहबुद्दीन रज़वी ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा रमजान के महीने में मुस्लिम कर्मचारियों को एक घंटे की कार्यकाल में छूट देने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया कि वे भी इसी तरह का निर्णय लें, ताकि मुस्लिम कर्मचारियों को रोज़ा और इबादत में सुविधा मिल सके।
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मौलाना रज़वी ने कहा कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सरकारों द्वारा लिया गया यह निर्णय सांप्रदायिक सौहार्द और धार्मिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देने वाला है। उन्होंने उम्मीद जताई कि उत्तर प्रदेश सरकार भी इस मांग पर गंभीरता से विचार करेगी और रमजान के दौरान मुस्लिम कर्मचारियों को कार्य समय में कुछ राहत देने की घोषणा करेगी, जिससे समुदाय में सकारात्मक संदेश पहुंचे।