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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। सस्ता माल खरीदने के लालच में आकर बरेली के जेनरेटर व्यापारी ठगी का शिकार हो गए। मेरठ के शातिर ठग गिरोह ने व्यापारी से 11.30 लाख रुपये की ठगी कर ली। व्यापारी की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज करके गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके बैंक खाते में जमा 10 लाख रुपये पुलिस ने फ्रीज करा दिए हैं।
बरेली के राधेश्याम एन्क्लेव में रहने वाले राघव अग्रवाल की नगर निगम के सामने दुकान है, जिस पर वह जेनरेटर, ट्रांसफार्मर, कृषि उपकरण आदि की खरीद बिक्री का काम करते हैं। 11 दिसंबर 2024 को एक ठग ने व्यापारी को फोन किया। कहा कि उनकी उत्तराखंड के काशीपुर में आरके इंडस्ट्रिज नाम से फैक्टरी है।
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ठग ने कहा कि वह फैक्टरी का एकाउंटेंट बोल रहा है। उसकी फैक्टरी में हाल ही में 500 केवीए का नया जेनरेटर खरीदा गया है। जिससे पूरी फैक्टरी का काम चल जा रहा है। उनके पास 3-4 जेनरेटर हैं, जो बेहद कम चले हुए हैं और बहुत ही अच्छी कंडीशन में हैं, जिन्हें फैक्टरी मालिक बेचना चाहते हैं।
ठगों ने फैक्टरी मालिक बनकर व्यापारी से बात की। जेनरेटर के फोटो समेत अन्य कागजात उनके व्हाट्सएप पर भेजकर भरोसे में ले लिया। इसके बाद कई बार में व्यापारी से अलग-अलग खातों में 11.30 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। बाद में मोबाइल बंद कर लिया। ठगी का एहसास होने पर व्यापारी ने कोतवाली में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई।
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फर्म के फर्जी दस्तावेज बनाकर करते थे ठगी
व्यापारी से ठगी के मामले में कोतवाली पुलिस ने स्टेशन रोड से मेरठ के थाना कंकरखेड़ा क्षेत्र की सैनिक विहार कॉलोनी निवासी राजीव गुप्ता और रघुवीर सिंह को गिरफ्तार किया है। दोनों को कोतवाली पुलिस ने बरेली के स्टेशन रोड से दबोचा। घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी मानुष पारिक ने बताया कि आरोपी व्यापारियों को सस्ता सामान बेचने का झांसा देकर ठगी करते थे।
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यूट्यूब पर वीडियो देखकर बने शातिर ठग
पुलिस पूछताछ में आरोपी राजीव गुप्ता ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले उसने यूट्यूब पर एक वीडियो देखा था, जिसे देखने के बाद उसने ठगी की योजना बनाई। इसके बाद से वह लोगों इसी तरह ठगता आ रहा है। वह बड़ा ठाटबाट से रहता है। उसके खिलाफ बरेली और मेरठ में मुकदमे दर्ज है। आरोपियों के पास से आरके इंडस्ट्रीज फर्म के लेटर हेड, 12 आधार कार्ड, 8 वोटर कार्ड, 2500 रुपये नकद और एक डेबिट कार्ड बरामद हुआ। आरोपी फर्जी दस्तावेज के जरिये लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। फिलहाल पुलिस उनके बारे में और जानकारी जुटाने में लगी है।