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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। नगर निगम की नई बिल्डिंग निर्माण में घोटाले का मसला उठने के बाद अफसर घिरने लगे तो अब निर्माण एजेंसी पर जुर्माना लगाने की तैयारी है। नगर आयुक्त ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
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कुछ दिन पहले पूर्व मेयर डॉक्टर आईएस तोमर ने नगर निगम की नई बिल्डिंग निर्माण में बड़े घपले के आरोप लगाकर 18 करोड़ के भवन को अवैध बताया था। डॉ तोमर ने कहा था कि नगर निगम के नए भवन की न तो फायर की एनओसी ली गई है। न ही बीडीए से मानचित्र स्वीकृत कराया गया। पूर्व मेयर के गंभीर आरोप लगाने के बाद नगर निगम में हड़कंप मच गया था। इस खेल में नगर निगम के बड़े लोगों की गर्दन भी फंस गई। अपनी गर्दन बचाने के लिए नगर निगम ने निर्माण एजेंसी पर भारी जुर्माना लगाने की रूपरेखा बनाई है।
बरेली के अपर नगर आयुक्त ने नगर निगम की नई बिल्डिंग के निर्माण को लेकर चल रही जांच पूरी कर रिपोर्ट नगर आयुक्त को सौंप दी है। जांच रिपोर्ट में निर्माण करा रही एजेंसी की लापरवाही और तमाम खामियां सामने आई हैं। अब निगम प्रशासन निर्माण कराने वाली एजेंसी पर भारी जुर्माना लगा सकता है।
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सूत्रों के अनुसार अग्निशमन विभाग की ओर से दी गई रिपोर्ट के अनुसार बिल्डिंग निर्माण के दौरान फायर सिक्योरिटी को लेकर एजेंसी द्वारा गंभीर लापरवाही की गई। बिल्डिंग में पहले तल को छोड़कर अन्य किसी तल पर अग्निशमन के यंत्र नहीं लगाए गए हैं। बिल्डिंग के सिर्फ बाहरी क्षेत्र में आग बुझाने के इंतजाम किए गए हैं, वो भी कुछ दिन पहले ही लगाए गए थे। फायर प्रोटेक्टिव सिस्टम लगाया ही नहीं गया है। कुछ जगह सेंसर और अग्निशमन यंत्र लगाए बगैर ऐसे ही छोड़ दिए गए।
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नई बिल्डिंग पूरी होने के बाद बरेली नगर निगम प्रशासन आगे की तैयारी में जुटा है। दो दिन पहले ही पीडब्ल्यूडी के भवन खंड, पॉवर कॉरपोरेशन, अग्निशमन और स्मार्ट सिटी कंपनी ने बिल्डिंग की जांच पूरी कर रिपोर्ट नगर प्रशासन को सौंप दी थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर अधिकारी एजेंसी पर मोटा जुर्माना लगाने की तैयारी में है। यहां बता दें कि 18 करोड़ से बनी बिल्डिंग का निर्माण दो साल देरी के बाद भी पूरा नहीं हुआ है। नगर आयुक्त संजीव कुमार का कहना है कि रिपोर्ट मिल चुकी है, जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।