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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) 7 से 9 मार्च तक रामायण वाटिका में पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन करने जा रहा है। प्रदर्शनी में विभिन्न प्रजातियों के दो लाख से ज्यादा फूल प्रदर्शित किए जाएंगे। वाटिका को इस तरह सजाया जाएगा कि इसमें रामायण काल की झलक दिखाई देगी।
बीडीए वीसी मणिकंदन ए. ने रामगंगा नगर स्थित रामायण वाटिका में प्रेसवार्ता कर बताया कि तीन दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी को ऐतिहासिक बनाने के लिए बीडीए ने विशेष तैयारियां की हैं। रात में वाटिका की खूबसूरती और बढ़ाने के लिए विशेष प्रकार की लाइटनिंग कराई जाएगी। इसके साथ ही वाटिका को इस तरह सजाया जा रहा है कि इसमें श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास की झलक विभिन्न दृश्यों के जरिये देखने को मिलेगी।
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फूलों से निर्मित केदारनाथ मंदिर होगा मुख्य आकर्षण
पुष्प प्रदर्शनी में फूलों से केदारनाथ मंदिर और विशाल शिवलिंग का स्वरूप तैयार कराया जाएगा, जो प्रदर्शनी में मुख्य आकर्षण का केंद्र होगा। रात में लाइटों की रोशनी में यह नजारा और भी भव्य और अलौकिक लगेगा। प्रदर्शनी का उद्धाटन केबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह और वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार सात मार्च को सुबह 11 बजे करेंगे। प्रदर्शनी दिन-रात दर्शकों के लिए खुली रहेगी। बीडीए वीसी ने बरेलीवासियों से इस प्रदर्शनी में परिवार सहित आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में बच्चों के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं।
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तीन महीने से तैयारी में जुटा था बीडीए
बीडीए के अधिकारी करीब तीन महीने से पुष्प प्रदर्शनी की तैयारी में जुटे थे। रामायण वाटिका में दस गोलाकार टॉवर बनाए गए हैं जो वर्टिकल गार्डनिंग का उत्कृष्ट नमूना बनेंगे। फूल इस तरह से लगाए जाएंगे कि तीन दिन तक मुरझाएंगे नहीं। रामसेतु का प्रतिरूप बांस से और राम, सीता, जटायु और हनुमान के स्वरूप फूलों से बनेंगे। नाथनगरी का एहसास भी फूलों से बने स्वरूपों से होगा।
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वाटिका में दिखेंगी राम वन गमन की झलक
रामायण वाटिका में राम वन गमन के प्रसंग दिखेंगे। यहां चित्रकूट, दंडकारण्य, अशोक वाटिका, किसकिंधा और पंचवटी वाटिकाएं हैं। इन वाटिकाओं में उन सभी पौधों का जगह मिली है जिनका राम वन गमन के प्रसंगों में जिक्र है। इसमें 16 हजार से अधिक पौधे लगाकर जंगल बनाया गया है।