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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। पुरानी पेंशन बहाली समेत अन्य मांगों को लेकर संघर्षरत माध्यमिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों ने यूपी बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन बाह पर काली पट्टी बांधकर करने का निर्णय लिया है।
उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रादेशिक उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता डॉ. आरपी मिश्र और महामंत्री नरेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि राज्य कार्यकारिणी की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुपालन में प्रदेश में 25 फरवरी से 15 मार्च तक स्टिकर अभियान चलाया गया।
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अभियान के तहत पुरानी पेंशन की बहाली, शिक्षकों की सेवा सुरक्षा संबंधी धारा 21, शिक्षकों की पदोन्नति संबंधी धारा 12 और प्रधानाचार्यों की तदर्थ पदोन्नति संबंधी धारा 18 की बहाली, वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन व शिक्षकों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ अनुमन्य किए जाने की मांग को लेकर प्रदेश के विद्यालयों, शिक्षा विभाग के कार्यालयों, सार्वजनिक स्थलों पर स्टिकर लगाकर मागों के प्रति सरकार का ध्यानाकर्षण करने के लिए अभियान चलाया गया।
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शिक्षक नेताओं ने बताया कि संघर्ष के दूसरे चरण में शिक्षक अपनी मांगों के समर्थन में बाहों पर काली पट्टी बांधकर यूपी बोर्ड का मूल्याकंन कार्य करेंगे। मूल्याकंन कार्य की समाप्ति के बाद 14 अप्रैल को राज्य परिषद की बैठक कानपुर होगी, जिसमें समीक्षा के बाद संघर्ष के अगले चरण की घोषणा की जाएगी।
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संघर्ष के दूसरे चरण के लिए शिक्षक नेताओं ने बनाई रणनीति
प्रदेशव्यापी संघर्ष के दूसरे चरण को प्रभावी बनाने के लिए लखनऊ में जिलाध्यक्ष अनिल शर्मा की अध्यक्षता में जिला संगठन के कार्यालय में वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में प्रत्येक मूल्यांकन केंद्रों के लिए संगठन की ओर से प्रभारी नियुक्त किए गए। इस दौरान प्रादेशिक उपाध्यक्ष डॉ. आरपी मिश्र, महामंत्री नरेंद्र कुमार वर्मा, प्रादेशिक मंत्री डॉ. आरके त्रिवेदी, जिलाध्यक्ष अनिल शर्मा, सदस्य राज्य परिषद अनुराग मिश्र, जिलामंत्री महेश चंद्र, कोषाध्यक्ष आरपी सिंह, आय-व्यय निरीक्षक आलोक पाठक, उपाध्यक्ष डॉ. एसके मणि शुक्ल, संयुक्त मंत्री डॉ. अनिल कुमार तिवारी आदि मौजूद रहे।