बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। नगर निगम द्वारा डेलापीर तालाब के सौंदर्यकरण कार्य में हो रही देरी पर महापौर डॉ. उमेश गौतम ने सख्त रुख अपनाते हुए बाधा उत्पन्न करने वालों पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। सोमवार को निरीक्षण के दौरान तालाब की बदहाल स्थिति देखकर वे नाराज हो गए। उन्होंने अभियंताओं से धीमी कार्यप्रगति का कारण पूछा, लेकिन संतोषजनक जवाब न मिलने पर कड़ी फटकार लगाई। अभियंताओं ने बताया कि कुछ लोग जानबूझकर निर्माण कार्य में बाधा डाल रहे हैं, जिसमें खेल विभाग का एक कर्मचारी भी शामिल है। इस पर महापौर ने निर्देश दिए कि ऐसे अराजक तत्वों को चिह्नित कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और सौंदर्यकरण कार्य में तेजी लाई जाए।
सौंदर्यकरण कार्य की धीमी गति पर सख्त निर्देश
नगर निगम द्वारा 2.88 करोड़ रुपये की लागत से डेलापीर तालाब के सौंदर्यकरण का कार्य किया जा रहा है, जिसमें सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी), पाथवे, पौधारोपण और अन्य विकास कार्य शामिल हैं। यह परियोजना डेढ़ वर्ष पूर्व स्वीकृत हुई थी, लेकिन अब तक कार्य की प्रगति मात्र 5% ही हो पाई है। इस धीमी गति को लेकर महापौर डॉ. उमेश गौतम ने कड़ा रुख अपनाते हुए अभियंताओं को स्पष्ट निर्देश दिए कि कार्य में किसी भी प्रकार की देरी या व्यवधान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि जो भी निर्माण कार्य में बाधा डालेगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और आवश्यक होने पर एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।
डेलापीर तालाब सौंदर्यकरण में भूमि विवाद बना बाधा
अभियंताओं ने जानकारी दी कि तालाब से सटी कई जमीनों पर विवाद जारी है, जिनमें से कुछ मामले न्यायालय में लंबित हैं। महापौर ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि विवादित भूखंडों की स्पष्ट पहचान कर ली जाए और जिन क्षेत्रों में कोई कानूनी बाधा नहीं है, वहां तुरंत निर्माण कार्य तेज किया जाए। उन्होंने मुख्य अभियंता को व्यक्तिगत रूप से प्रगति की निगरानी करने का आदेश दिया और स्पष्ट किया कि अब निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
तालाब सौंदर्यकरण में बाधा डालने वालों पर होगी एफआईआर
निरीक्षण के दौरान अभियंताओं ने शिकायत की कि कुछ लोग जानबूझकर निर्माण कार्य में बाधा डाल रहे हैं, जिसमें एक व्यक्ति खुद को खेल विभाग का अधिकारी बताकर कार्य रोकने का प्रयास कर रहा है। इस पर महापौर ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, "चाहे कोई भी हो, यदि कोई सौंदर्यकरण कार्य में रुकावट डालेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।" उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसे तत्वों की पहचान कर तुरंत आवश्यक प्रशासनिक कदम उठाए जाएं और जरूरत पड़ने पर उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाए।
महापौर ने निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के दिए निर्देश
नगर निगम आदिनाथ चौराहे के समीप स्थित डेलापीर तालाब का व्यापक सौंदर्यकरण कार्य कर रहा है। इसके तहत पांच एमएलडी क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) स्थापित किया जाएगा, जिससे तालाब के जल की शुद्धता सुनिश्चित होगी। तालाब के चारों ओर आकर्षक पाथवे का निर्माण किया जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को सैर व टहलने की बेहतर सुविधा मिलेगी। पर्यावरण को हरा-भरा बनाए रखने के लिए बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जाएगा, साथ ही आधुनिक लाइटिंग और बैठने की व्यवस्था कर तालाब को एक सुंदर और मनोरम स्वरूप दिया जाएगा।
कानूनी अड़चनों को जल्द किया जाएगा दूर
महापौर ने आदेश दिया कि एक हजार वर्गमीटर से अधिक विवादित भूमि को चिह्नित कर उसकी विस्तृत सूची तैयार की जाए, ताकि गैर-विवादित क्षेत्र में निर्माण कार्य में कोई बाधा न आए। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि कार्य की गति तेज करें, नियमित निगरानी रखें और परियोजना को निर्धारित समयसीमा के भीतर हर हाल में पूरा किया जाए।
महापौर ने की अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक
निरीक्षण के दौरान महापौर डॉ. उमेश गौतम, नगर निगम उपसभापति सर्वेश रस्तोगी, मुख्य अभियंता, अधिशासी अभियंता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। महापौर ने स्पष्ट किया कि नगर निगम किसी भी स्थिति में सौंदर्यकरण कार्य में देरी बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्य की प्रगति नियमित रूप से जांची जाए और इसे निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए।