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बिहार की सियासी पिच पर तेजस्वी खेल रहे टी-20, तो मुकेश 50-50 वाला वनडे

बिहार में चुनावी गडगड़ाहट ने कई धुर विरोधियों को एक छतरी के नीचे को मजबूर कर दिया है। हाल में दो बड़े अपडेट सामने आए हैं, तेजस्वी सियासी पिच पर टी-20 का खेला कर रहे हैं तो वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी वनडे की तर्ज पर 50-50 का खेल सजाए बैठे हैं। 

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Deepak Gaur
Bihar Election
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बिहार, वाईबीएन डेस्क। पुरानी कहावत है कि सिनेमा में पर्दे पर नजर आने वाले दो भाई , असल जिंदगी में एक दूसरे के विरोधी होते हैं, जबकि राजनीति में एक दूसरे के धुर विरोधी नजर आने वाले नेता कब एक दूसरे के दोस्त हो जाएं , कोई कह नहीं सकता। बहरहाल, इन दिनों बिहार में चुनावी बादलों की गडगड़ाहट ने कई धुर विरोधियों को एक छतरी के नीचे आने के लिए मजबूर कर दिया है, तो कभी एक छतरी के नीचे सुहाने मौसम का आनंद लेते थे, आज एक दूसरे का मौसम बिगाड़ने में जुटे हैं। कुछ इसी तर्ज पर बिहार की सियासत में हाल में दो बड़े अपडेट सामने आए हैं, जिसमें तेजस्वी बिहार की सियासी पिच पर टी-20 का खेला कर रहे हैं तो वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी वनडे की तर्ज पर 50-50 का खेल सजाए बैठे हैं। 

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क्या टी – 20 बिगाड़गा एनडीए का खेल 

असल में तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों अपना एक एजेंडा जारी करते हुए साफ कहा कि वह नीतीश कुमार के 20 सालों में किए गए खराब कामों को सुधारने के लिए 5 साल नहीं बल्कि महज 20 महीने लेंगे । अब भले ही राजद ने विधानसभा चुनावों को लेकर कोई घोषणापत्र जारी नहीं किया हो, लेकिन तेजस्वी यादव ने अपने पत्ते खोलते हुए जनता के सामने अपना 20 सूत्रीय एजेंडा रख दिया है। ऐसे में सवाल तो उठता है कि आखिर नीतीश कुमार के सामने तेजस्वी यादव ये 20-20 का खेल जीत पाएंगे। 

कठिन है तेजस्वी की डगर

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अपने 20 सूत्रीय एजेंडे में तेजस्वी यादव ने माई- बहन योजना के तहत प्रत्येक महिला को 2500 रुपये देने का ऐलान कर दिया है । हालांकि ऐसी योजनाएं देश के कई अन्य राज्यों में सफलता के साथ चल रही हैं , लेकिन उन राज्यों के साथ खास बात यह है कि वे राज्य बीमारू राज्य नहीं हैं , जबकि बिहार की स्थिति से सब अवगत हैं। ऐसे में तेजस्वी ने अपने एजेंडे में जो फ्री की रेवड़ियां बांटने का ऐलान कर दिया है , क्या वह उन्हें धरातल पर ला पाएंगे । क्योंकि जब दिल्ली की केजरीवाल सरकार , ऐसा ही एक ऐलान कर सवालों के घेरे में आ गई , तो बिहार जैसे बड़े राज्य में इस तरह 2500 रुपये की मदद , क्या संभव है, जहां आवेदकों की संख्या दिल्ली की तुलना में कई ज्यादा होगी।

मुकेश सहनी खेल रहे 50-50 का वन डे

जहां तेजस्वी ने सियासी पिच पर अपना 20-20 खेल सजाया है , वहीं वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी 50-50 का खेल खेलने में लगे हैं । वह एनडीए और महागठबंधन में अपनी संभावना बराबर की तलाश रहे हैं । उन्होंने साफ कर दिया है कि मैं महागठबंधन के साथ खड़ा हूं और हमारी सरकार बनी तो मैं डिप्टी सीएम बनूंगा । हालांकि ऐसा ही एक शर्त वाला प्रस्ताव सहनी ने एनडीए के सामने भी रखा है , जिसमें उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार निषाद समाज को आरक्षण देती है तो वह मोदी के लिए सिर कटाने को तैयार हैं। 

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खुद को बताते हैं EBC का बड़ा नेता

अपने एक बयान में सहनी ने दावा किया कि बिहार में कर्पूरी ठाकुर के बाद अति पिछड़ा समाज (EBC) का कोई बड़ा नेता नहीं उभरा है और वही उस वर्ग की लीडरशिप संभाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं 12 साल से निषाद समाज के आरक्षण के लिए लड़ रहा हूं। अगर मोदी जी चुनाव से पहले हमें आरक्षण दे देते हैं, तो उनके लिए प्राण तक न्योछावर कर दूंगा।
सहनी ने बताया कि महागठबंधन (RJD-Congress-Left) के भीतर सीट बंटवारे पर 90% सहमति बन चुकी है। VIP पार्टी को करीब 60 सीटें मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा - हमारा वोट बैंक 12% है, इसलिए यह मांग जायज है। अगर 4-5 सीटें कम-ज्यादा हो जाएं, तो कोई बड़ी बात नहीं।
सहनी के बयान पर कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह बयान महागठबंधन की एकता के लिए ठीक नहीं है। तेजस्वी यादव को इस पर हस्तक्षेप करना चाहिए। कांग्रेस का मानना है कि सहनी का रवैया "दोहरी नीति" का संकेत देता है।2025 election Bihar | 2025 assembly election Bihar | 2020 Bihar Election Review not present in content

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