मोकामा में पूर्व विधायक अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच हुई गोलीबारी को लेकर बिहार की सियासत गरमा गई है। गोलाबारी के मुद्दा अब राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है। केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने बिहार की नीतीश सरकार का बचाव किया है।
यह लॉ एंड ऑर्डर का मामला नहीं - मांझी
जीतन राम मांझी ने कहा कि "यह लॉ एंड ऑर्डर का मामला नहीं" है। जब जनप्रतिनिधि के नाते कोई हमारे पास आता है और कहता है कि मेरे साथ नाइंसाफी हो रही है, तो मैं जाता हूं और वहां फायरिंग होती है। बचाव में दूसरी तरफ से भी फायरिंग होती है, तो इसमें लॉ एंड ऑर्डर कहां से आ गया?" उन्होंने यह भी जोड़ा कि बिहार में हालात 2005 से पहले के मुकाबले बहुत बेहतर हो गए हैं, "2005 से पहले का राज देखिए, कोई नाइट शो देखने जाता था, आज लड़कियां भी नाइट शो जाती हैं।"
एनडीए की एकजुटता पर बोले मांझी
एनडीए की एकजुटता पर भी जीतन राम मांझी ने कहा कि आज कर्पूरी ठाकुर की जयंती है। बिहार की नीतीश सरकार उनके आदर्शों पर चल रही है। उन्होंने कहा कि एनडीए पूरी तरह एकजुट है। वहीं इंडी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं और बिहार चुनाव में भी यही हाल देखने को मिलेगा।
प्रशांत किशोर पर मांझी की टिप्पणी
प्रशांत किशोर के 243 सीटों पर चुनाव लड़ने के फैसले पर भी मांझी ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि "लोकतंत्र है, कोई भी चुनाव लड़ सकता है, लेकिन 4 सीटों पर उपचुनाव हुआ, कितना वोट आया? हमलोग उनको नेता नहीं मानते, वो व्यापारी हैं, पैसा लेकर बूथ मैनेज करते हैं।"
एनडीए की सरकार बनेगी-मांझी
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस द्वारा एनडीए में दलितों की उपेक्षा का आरोप लगाए जाने पर भी जीतन राम मांझी ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि "सिर्फ वही दलित नहीं हैं, हम पार्टी से भी 4 विधायक हैं। चिराग पासवान भी मजबूत हैं, लेकिन उनका जनाधार कहां है? वह इधर-उधर भटक रहे हैं।" इस दौरान मांझी ने यह भी दावा किया कि बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी और राज्य में नीतीश कुमार और देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास की गति तेज होगी।