गोपालगंज, वाईबीएन नेटवर्क गोपालगंज में अपराध के खिलाफ पुलिस द्वारा लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। शनिवार (8 फरवरी) की सुबह जिले के गोपालपुर थाना क्षेत्र के रामपुर खुर्द गांव के पास नहर किनारे पुलिस और कुख्यात अपराधी मनीष यादव के बीच मुठभेड़ हो गई। इस एनकाउंटर में 50 हजार के इनामी मनीष यादव को पुलिस ने मार गिराया, जबकि जवाबी फायरिंग में एसटीएफ का जवान रोशन कुमार घायल हो गया। घायल जवान को तुरंत सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत खतरे से बाहर बताई है।
कौन था मनीष यादव?
मनीष यादव उचकागांव थाना क्षेत्र के भगवान टोला का रहने वाला था और बिहार पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। वह हाल ही में हुए पूर्व मुखिया अरविंद यादव की हत्या समेत कई संगीन वारदातों में शामिल था। गोपालगंज, सिवान और छपरा जिले में ज्वेलरी शॉप लूट, हत्या और रंगदारी जैसे गंभीर मामलों में उसका नाम शामिल था। बिहार पुलिस ने उसकी आपराधिक गतिविधियों को देखते हुए उसके ऊपर ₹50,000 का इनाम घोषित कर रखा था।
कैसे हुई मुठभेड़?
बिहार एसटीएफ और गोपालगंज पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात मनीष यादव किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए इलाके में मौजूद है। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने रणनीति बनाकर उसे घेर लिया। पुलिस ने मनीष को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, लेकिन उसने अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें मनीष यादव को गोली लग गई। उसे आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटनास्थल पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे
मुठभेड़ की खबर मिलते ही गोपालगंज एसपी अवधेश दीक्षित सदर अस्पताल पहुंचे और घायल जवान के इलाज का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि पूरे ऑपरेशन को बेहद सतर्कता के साथ अंजाम दिया गया था। एसपी ने कहा, "यह पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है। अपराधियों को खुला नहीं छोड़ा जाएगा। इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।"