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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। इसरायल-ईरान संघर्ष के चलते वैश्विक कच्चे तेल बाजार में भारी उथल-पुथल मच गई है। अमेरिका में कच्चे तेल की कीमतें सात प्रतिशत तक बढ़ गईं है, जिससे वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट आई। ब्रेंट क्रूड 74 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया। खास तौर पर वो देश परेशान हैं, जो कच्चे तेल की आपूर्ति के लिए ईरान या ईरान के पास से गुजरने वाले रूट पर निर्भर हैं। अगर इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष जारी रहा है, तो दुनिया के अधिकांश हिस्से में कच्चे तेल की आपूर्ति प्रभावित होगी।
5 माह के उच्चतम स्तर पर क्रूड की कीमतें
ब्रेंट क्रूड की कीमतों में आया ये उछाल पिछले 5 महीने का उच्चतम स्तर है। अगर ये वृद्धि जारी रही, तो माना जा रहा है कि भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ सकती हैं। हालांकि कुछ विश्लेषकों का कहना है कि जब तक तेल का सीधा निर्यात प्रभावित नहीं होगा, कीमतों पर असर नहीं पड़ेगा। हालांकि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने तेल की कीमतों में किसी भी तरह की वृद्धि की आशंकाओं को नकारते हुए कहा कि भारत के पास पर्याप्त मात्रा में तेल है और संघर्ष का असर कीमतों पर नहीं पड़ेगा।
कीमतों में करीब 7 फीसदी की तेजी
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने वैश्विक बाजार को झटका दिया है। कच्चे तेल की कीमतों में करीब 7 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है, जिससे दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट आई है. अमेरिका, यूरोप और एशिया के प्रमुख शेयर इंडेक्स में गिरावट देखी गई। कल यानी शुक्रवार को युद्ध के खबर के बाद तेल के दाम 77 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गईं थी। हालांकि बाद में उसमें गिरावट देखी गई। निवेशकों में चिंता है कि अगर यह युद्ध और बढ़ता है, तो ईरान से तेल की सप्लाई प्रभावित हो सकती है। इसके चलते महंगाई और आर्थिक अस्थिरता बढ़ने की आशंका है।
तेल की कीमतें सात फीसदी बढ़ी
शनिवार को अमेरिकी क्रूड ऑयल की कीमत 7.26 फीसदी बढ़कर 72.98 डॉलर प्रति बैरल हो गई, जबकि ब्रेंट क्रूड 7.02 फीसदी बढ़कर 74.23 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया। यदि युद्ध और गहराता है तो ईरान से तेल की सप्लाई बाधित हो सकती है, जिससे कीमतें और बढ़ सकती हैं.
शेयर बाजार में गिरावट का दौर
तेल की कीमतों में तेजी के चलते अमेरिका का डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज 612 अंक गिरा, जबकि एसएंडपी 500 और नैस्डैक में भी गिरावट दर्ज की गई। यूरोप और एशिया के बाजारों में भी कमजोरी देखने को मिली। फ्रांस का सीएसी 40 और जर्मनी का डीएएक्स 1 फीसदी से ज्यादा टूटे।
संघर्ष ने दुनिया की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
इसका एक असर ये भी होगा कि कच्चे तेल की कीमतें बढ़ जाएंगी और वैश्विक ऊर्जा बाजार में नकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। शनिवार को बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड की कीमत में 6 डॉलर का इजाफा देखने को मिला और यह 74डॉलर प्रति बैरल के आंकड़े को पार कर गया। crude oil market | global crude oil market | india iran relationship | iran | Iran Israel Conflict | israel attack iran