नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क
दिल्ली में पांच फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कुल 1,040 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं। सोमवार को नाम वापसी का अंतिम दिन है। इसके बाद फाइनल लिस्ट का पता चलेगा। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार, 1,522 उम्मीदवारों ने चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया था। जांच के दौरान 477 नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए। चुनाव में किस्मत आजमाने के लिए इस बार 981 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र भरे थे।
नई दिल्ली में सर्वाधिक 29 उम्मीदवार
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा हलचल है, जहां 29 उम्मीदवारों ने 40 नामांकन पत्र भरे हैं। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, भाजपा के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित उम्मीदवार हैं। यह सीट शुरुआत से ही हाई-प्रोफाइल रही है और इस बार भी यह चर्चा का केंद्र बनी हुई है। वहीं, सबसे कम कस्तूरबा नगर सीट पर छह उम्मीदवारों ने नौ नामांकन पत्र भरे हैं। आप के रमेश पहलवान, भाजपा के नीरज बसोया और कांग्रेस के अभिषेक दत्त इस सीट से चुनावी मैदान में हैं।
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कालकाजी में 18 उम्मीदवार ने 28 नामांकन भरे
कालकाजी सीट पर 18 उम्मीदवारों ने 28 नामांकन पत्र भरे हैं। इस सीट से मुख्यमंत्री आतिशी, भाजपा के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अल्का लांबा उम्मीदवार हैं। बल्लीमारान सीट पर 12 उम्मीदवारों ने 16 नामांकन पत्र भरे हैं। यहां से आप के कैबिनेट मंत्री इमरान हुसैन, कांग्रेस के हारुन यूसुफ और भाजपा के कमल बागड़ी उम्मीदवार हैं। ग्रेटर कैलाश सीट पर 10 उम्मीदवारों ने 15 नामांकन पत्र भरे हैं। इस सीट से आप से कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज, भाजपा की शिखा राय और कांग्रेस के गर्वित सिंघवी मैदान में हैं।
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जंगपुरा विधानसभा सीट से 12 उम्मीदवार
जंगपुरा विधानसभा सीट से 12 उम्मीदवारों ने 19 नामांकन पत्र भरे हैं। इस सीट से आप के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, भाजपा के तरविंदर सिंह मारवाह और कांग्रेस के फरहाद सूरी प्रत्याशी हैं। बाबरपुर सीट पर 16 उम्मीदवारों ने 26 नामांकन पत्र हैं। यहां से आप के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय, भाजपा के अनिल वशिष्ठ और कांग्रेस के हाजी मोहम्मद इशराक खान मैदान में हैं। सुल्तानपुर माजरा सीट पर 15 उम्मीदवारों ने 19 नामांकन पत्र भरे हैं। इस सीट से आप से कैबिनेट मंत्री मुकेश अहलावत, कांग्रेस के जय किशन और भाजपा के कर्म सिंह कर्मा उम्मीदवार हैं।
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शकूरबस्ती सीट पर 11 उम्मीदवार
शकूरबस्ती सीट पर 11 उम्मीदवारों ने 20 नामांकन पत्र भरे हैं। यहां से आप के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, भाजपा के करनैल सिंह और कांग्रेस के सतीश लथूरा प्रत्याशी हैं। पटपड़गंज सीट पर भी 11 उम्मीदवारों ने 20 नामांकन पत्र भरे हैं। यहां से आप के अवध ओझा, भाजपा के रविंदर सिंह नेगी और कांग्रेस के अनिल चौधरी मैदान में हैं। इन नामांकन पत्रों से यह स्पष्ट है कि दिल्ली में विधानसभा चुनावों के दौरान विभिन्न सीटों पर कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी, जो आने वाले दिनों में चुनावी माहौल को और गरम करेगा।
2020 में निर्दलीय प्रत्याशियों पर भारी पड़ा था नोटा
वर्ष-2020 के विधानसभा चुनाव में 148 निर्दलीय प्रत्याशियों पर नोटा भारी पड़ा था। इन प्रत्याशियों को कुल 35374 मत मिले थे। यह कुल मत प्रतिशत का 0.38 प्रतिशत था, जबकि नोटा को 43019 मत मिले थे जो कुल मत का 0.46 प्रतिशत था। दरअसल, वर्ष 2009 में स्थानीय निकाय के चुनावों में पहली बार नोटा का उपयोग किया गया था। यह विकल्प देने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बना था। इसके बाद चुनाव आयोग ने वर्ष-2013 में विधानसभा चुनावों में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में नोटा का विकल्प दिया। चुनाव आयोग ने दिल्ली की जनता को यह अधिकार भी पहली बार वर्ष 2013 के चुनाव में दिया था।