नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान से चार दिन पहले राजनीतिक दलों में भगदड़ मच गई है। आम आदमी पार्टी के आठ सिटिंग विधायकों के इस्तीफे के बाद शनिवार को भाजपा को तगड़ा झटका लगा है। पूर्वांचल प्रवासी संस्था चलाने वाले आकाश शर्मा और राजेंद्र नगर से भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष डिंपल शर्मा ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। उन्होंने दिल्ली में बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुए बदलावों की तारीफ की और कहा कि आप गरीबों और आम लोगों के लिए काम कर रही है। दो दिन पहले आप के आठ सिटिंग विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था। आप में शामिल होने के बाद दोनों नेताओं ने कहा कि वे अरविंद केजरीवाल की नीतियों और आम आदमी पार्टी की राजनीति से प्रभावित हैं।
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आप को झटका
दिल्ली चुनाव में मतदान से ठीक पांच दिन पहले आम आदमी पार्टी (आप) के आठ विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इनमें से किसी को भी चुनाव में टिकट नहीं मिला है। इस्तीफा देने वाले विधायक हैं- नरेश यादव (महरौली), रोहित कुमार (त्रिलोकपुरी), राजेश ऋषि (जनकपुरी), मदन लाल (कस्तूरबा नगर), पवन शर्मा (आदर्श नगर), भावना गौड़ (पालम) और गिरीश सोनी (मादीपुर)। बीएस जून (बिजवासन) पहले आप विधायक थे। जिन्होंने अपना पर्चा दिया। पालम से विधायक भावना गौड़ ने अपने त्यागपत्र में पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर निराशा जाहिर की है। विधायक ने कहा, "मेरा आप पर से विश्वास उठ गया है।" नरेश यादव पहले महरौली से उम्मीदवार थे। दिसंबर में पंजाब की एक अदालत ने कुरान की बेअदबी के मामले में उन्हें दोषी ठहराया था और दो साल की जेल की सजा सुनाई थी। जब आप ने 5 फरवरी को होने वाले दिल्ली चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी की, तो पार्टी ने नरेश यादव की जगह महरौली से महेंद्र चौधरी को उम्मीदवार घोषित किया।
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भाजपा को बड़ा झटका
उल्लेखनीय है कि आकाश शर्मा दिल्ली में पूर्वांचल प्रवासी संस्था के प्रमुख हैं और पूर्वांचली समाज में उनकी अच्छी-खासी पकड़ है। दिल्ली में बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड से आए लाखों लोग रहते हैं, जो चुनाव में बड़ी भूमिका निभाते हैं। आकाश शर्मा के आप में आने से पार्टी को पूर्वांचल समुदाय का और ज्यादा समर्थन मिल सकता है। वहीं डिंपल शर्मा भाजपा की महिला विंग की राजेंद्र नगर से अध्यक्ष थीं। उन्होंने भाजपा छोड़ते हुए कहा कि पार्टी में अब महिलाओं की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
आप की नीतियों की तारीफ
उन्होंने आप की नीतियों की तारीफ करते हुए कहा कि वे अब आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर समाज सेवा करेंगी। वहीं इन दो नेताओं के आप में शामिल होने से पार्टी को बड़ा फायदा हो सकता है, क्योंकि पूर्वांचली मतदाता दिल्ली के कई इलाकों में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। वहीं भाजपा के लिए यह झटका माना जा रहा है, क्योंकि महिला मोर्चा की नेता का पार्टी छोड़ना संगठन में असंतोष को दिखाता है। आप नेताओं ने दावा किया कि आने वाले दिनों में भाजपा और कांग्रेस के और भी कई नेता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। वहीं भाजपा ने इसे सिर्फ व्यक्तिगत फैसला बताया और कहा कि इसका चुनावों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अब देखना होगा कि इन बड़े चेहरों का आप में आना चुनावी नतीजों पर कितना असर डालता है।
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