/young-bharat-news/media/media_files/2025/01/23/h82oaM0SpnV9nX7H1h1v.jpg)
नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
5 फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर जहां पार्टियां तैयारियां करती नजर आ रही है, वहीं चुनाव आयोग ने भी चुनाव के मद्देनजर अपना रेट कार्ड जारी कर दिया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक उम्मीदवार कितना खर्च करेगा, इसको लेकर चुनाव आयोग ने बजट जारी किया है। चुनाव आयोग के मुताबिक एक प्रत्याशी कुल 40 लाख रुपये ही खर्च कर सकता है। किस सामान पर कितना खर्च करना है, इसको लेकर भी विस्तार से रेट कार्ड जारी किया गया है।
चुनाव आयोग का रेट कार्ड
चुनाव आयोग द्वारा जारी रेट कार्ड को जिला चुनाव अधिकारियों ने मार्केट डीलर्स, राजनीतिक पार्टियों और कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) के साथ चर्चा करके तैयार किया गया है। सभी प्रत्याशियों को उसी के मुताबिक अपना खर्च मैनेज करना होगा। चुनाव आयोग की लिस्ट में चाय-कॉफी से लेकर प्रचार के लिए इस्तेमाल होने वाली हर चीज की कीमत तय है। अगर उम्मीदवार को हाथी किराए पर लेना है, तो उसके लिए 6,150 रुपये खर्च कर सकता है। वहीं ई-रिक्शा के लिए 757 रुपये खर्च कर सकता है और अगर एक पेन खरीदना है तो उसकी कीमत केवल 6 रुपये होनी चाहिए। 7 रुपये की चाय, 12 की कॉफी और गुलाब जामुन भी 12 रुपये का होना चाहिए।एक छोटी माला का रेट 20 रुपये जबकि 10 फीट की बड़ी माला के लिए 1500 रुपये का बजट तय किया गया है। 35 रुपये प्रति वर्ग फुट के हिसाब से फूल खरीदे जा सकते हैं। आम आदमी पार्टी के चुनाव चिन्ह झाड़ू की भी कीमत 25 रुपये तय है। टोपी के लिए 2 रुपये तो प्रिंटेड टी-शर्ट के लिए 110 रुपये का बजट है। यही नहीं होटल में ठहरने से लेकर गाड़ियों के इस्तेमाल तक सभी की कीमत चुनाव आयोग ने जारी की हैं।
इसे भी पढ़ें- Delhi Election: केजरीवाल ने किया आगाह, भाजपा को वोट दिया तो मुश्किल में पड़ जाएंगे
हर छोटी- बड़ी चीज खरीदते समय रखना होगा बजट का ध्यान
बता दें चुनाव आयोग ने एक दिन के लिए घोड़े का किराया 3,075 रुपये और हाथी का 6,150 रुपये तय किया है। अगर ड्रोन का इस्तेमाल करना चाहता है तो उसका बजट 7,000 रुपये प्रति दिन है। चुनाव प्रचार के दौरान प्रत्याशी जमकर पैसे खर्च करते हैं लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा। क्योंकि 2000 लोगों की रैली के लिए उम्मीदवार 30,000 रुपये से ज्यादा खर्च नहीं कर सकेगा। वहीं 250 लोगों के साथ बैठक करने का बजट 6,150 रुपये है। प्रचार के दौरान ढोल-नगाड़े बजवाने के लिए 500 रुपये प्रति दिन से ज्यादा खर्च नहीं किया जा सकता है।
इसे भी पढ़ें- Delhi Election: केजरीवाल का प्रवेश वर्मा पर निशाना, कहा : 'छोटा सा लड़का, पंजाबियों को चुनौती दे रहा है'
चुनाव आयोग बनाम रियल मार्केट प्राइज
चुनाव आयोग ने सभी चीजों का ध्यान रखते हुए लगभग 97 आइटम की लिस्ट बनाई है। रेट कार्ड में उनकी कीमत भी निर्धारित है। चाय 6 रुपये..पानी की बोतल 7 रुपये..गुलाब जामुन 12 रुपये। चुनाव आयोग द्वारा जो रेट तय की गई है, उनका रियल मार्केट प्राइज से कितना मेल खाता है ये सोचने वाला विषय है। क्या आज के समय में कहीं पानी की बोतल 7 रुपये में मिल रही है ? प्रत्याशियों के सामने चुनाव के द्वारा निर्धारित रेट के मुताबिक खर्च करना एक बड़ी चुनौती होगी।
पिछले चुनावों की तुलना में इस बार इजाफा
चुनाव के द्वारा जारी रेट कार्ड के मुताबिक खर्च करना प्रत्याशियों के लिए मुश्किल हो सकता है, वहीं आपको बता दे कि चुनाव आयोग ने पिछले चुनाव की तुलना में इस बार बजट में इजाफा किया है। इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार 40 लाख रुपये तक खर्च कर सकता है। पिछले चुनाव में यह बजट 28 लाख रुपये था। इसी तरह पिछले लोकसभा चुनाव में 95 लाख का बजट था। 2019 में प्रत्येक उम्मीदवार के लिए बजट 70 लाख रुपये था।