/young-bharat-news/media/media_files/2025/02/05/2MSZBHOA8aQdz2mJxgAE.jpg)
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव की वोटिंग थम चुकी है। दिल्ली के चुनावी दंगल में प्रचार के दौरान सियासी दलों में जितना जोश देखने को मिला था, वोटिंग के दौरान मतदाताओं में उतनी ही सुस्ती देखने को मिली है। दिल्ली में बेहद धीमी रफ्तार से वोटिंग की गई है। युवाओं ने चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। फर्स्ट टाइम वोटर्स में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। आइए जानते हैं कि फर्स्ट टाइम वोटर ने किन मुद्दों पर वोट किया है।
फर्स्ट टाइम वोटर्स ने किन मुद्दों पर वोट किया?
दिल्ली में 18-19 आयु वर्ग के 2 लाख 39 हजार 905 फर्स्ट टाइम वोटर हैं। पहली बार मताधिकार का इस्तेमाल करने बड़ी संख्या में लोग निकले। फर्स्ट टाइम वोटर्स में मतदान के लिए काफी उत्साह नजर आया। आम लोगों ने जहां फ्री बिजली-पानी जैसे मुद्दों पर वोट किया। वहीं नए मतदाताओं ने रोजगार, शिक्षा और विकास के मुद्दों पर वोट किया। वोटिंग के दौरान युवा मतदाताओं ने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता रोजगार है। इसके अलावा पहली बार वोट देने वाले मतदाताओं ने विकास के मुद्दे को भी तरजीह दी है। शिक्षा व्यवस्था में सुधार भी फर्स्ट टाइम वोटर्स की प्राथमिकता है। युवाओं की मांग है कि ज्यादा से ज्यादा नौकरियां लाई जाएं।
यह भी पढ़ें: Delhi Election 2025: वोटिंग के दौरान फिर आरोप-प्रत्यारोप, क्या हताश है ‘आप’ ?
युवाओं पर हर सियासी दल का फोकस
दिल्ली में युवाओं की तादाद बड़ी संख्या में है। यही वजह है कि हर सियासी दल ने युवा वर्ग पर विशेष फोकस किया है। छात्रों को फ्री बस सुविधा, छात्रवृत्ति जैसे कई लोक लुभावन वादे राजनीतिक दलों ने किए थे। अब देखना होगा कि युवाओं और फर्स्ट टाइम वोटर्स ने किस पार्टी के वादों को पसंद किया है। 8 फरवरी को नतीजे सामने आने के बाद ये तस्वीर साफ हो पाएगी।
यह भी पढ़ें: Delhi Election 2025: 'वोट देने जा रहे थे AAP नेताओं ने झुग्गी जला दी'...BJP कार्यकर्ता ने लगाए गंभीर आरोप
5 बजे तक कितना मतदान हुआ?
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान थम चुका है। निर्वाचन आयोग ने शाम 5 बजे तक हुए मतदान प्रतिशत के आंकड़े जारी कर दिए हैं। शाम 5 बजे तक कुल 57.70 प्रतिशत मतदान हुआ है। अन्य चुनावों से तुलना करें तो दिल्ली में बेहद सुस्ती के साथ मतदान हुआ है। आमतौर पर वोटिंग की धीमी रफ्तार सत्ताधारी पक्ष के समर्थन का संकेत माना जाता है। अब देखना होगा कि कम वोटिंग प्रतिशत से किसे फायदा होता है।
यह भी पढ़ें: Delhi Election 2025: मनीष सिसोदिया के सामने लगे मोदी-मोदी के नारे! जंगपुरा में जबरदस्त हंगामा