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Technology से बदला प्रचार का ढंग, आभासी दुनिया में बढ़त बनाने की होड़

पोस्टर, बैनर और गली-मोहल्लों में प्रचार की सामग्री बांटकर मतदाताओं को आकर्षित करना अब पुराने जमाने की बात बन चुकी है। राजनीतिक दल और प्रत्याशी अपनी सियासी आवाज को पहुंचाने के लिए तकनीक का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं।

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Mukesh Pandit
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।

तकनीक और प्रौद्योगिकी के दौर में अब चुनाव में प्रचार के तौर-तरीके भी बदल गए हैं। पोस्टर, बैनर और गली-मोहल्लों में प्रचार की सामग्री बांटकर मतदाताओं को आकर्षित करना अब पुराने जमाने की बात बन चुकी है। राजनीतिक दल और प्रत्याशी अपनी सियासी आवाज को पहुंचाने के लिए तकनीक का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं। सोशल मीडिया के एक्स, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और फेसबुक जैसे प्लेटफार्मों का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। मतदाताओं तक पहुंच बनवाने से लेकर राजनीतिक दल अपनी बातें इन्हीं प्लेटफार्म के जरिये बना रहे हैं।

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सोशल मीडिया पहुंच बनाने ज्यादा आसान

 विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद लगातार चुनावी रंग गाढ़ा हो रहा है। सोशल मीडिया एक्स और इंस्टाग्राम पर चुनाव से जुड़ी पोस्टें लगातार राजनीतिक दल पोस्ट करके अपनी पहुंच मतदाताओं तक बना रहे हैं। सोशल मीडिया एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि अब पारंपरिक तरीके से चुनाव प्रचार बीते समय ही बात बन चुकी है। सोशल मीडिया के प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, इंस्टग्राम और एक्स सबसे बड़ा जरिया बन चुके हैं। राजनीतिक दल इन प्लेटफार्म पर ही अपने डिजाइनदार पोस्टर-बैनर शेयर करते हैं। राजनीतिक दल मतदाताओं के बीच अपनी पहचान बनाने और सक्रियता दिखाने के लिए प्रत्येक तीज-त्योहार और धार्मिक व सामाजिक उत्सव के बधाई और शुभकामनाओं को पोस्टर शेयर करते हैं। इसमें ग्राफिक्स डिजाइनरों के लिए रोजगार की दृश्टि से संभावनाएं और अवसर ज्यादा बढ़ें हैं। सोशल मीडिया एक्सपर्ट प्रिंस पांडे का कहना है कि आभासी दुनिया के माध्यम से लोगों तक पहुंच बनाना ज्यादा आसान हो गया है। 

AAP और भाजपा सोशल मीडिया काफी सक्रिय

दिल्ली चुनावों की बात करें तो आम आदमी पार्टी और भाजपा सोशल मीडिया काफी सक्रिय हैं। जबकि कांग्रेस इस मामले में दोनों प्रमुख दलों से काफी पीछे है। विश्लेषकों का कहना है कि पिछले करीब एक माह का विश्लेषण करें तो आम आदमी पार्टी के दिल्ली पेज को यूट्यूब पर 19000 और भाजपा के दिल्ली पेज को 1800 से ज्यादा फालोअर मिले। जबकि एक्स पर यह आंकड़ा 1540 और 5299 है। कांग्रेस के इंस्टाग्राम पर फालोअर की संख्या घटी है। प्रतिदिन की दर से कांग्रेस के 90 फालोअर कम हो रहे हैं। जबकि इंस्टाग्राम पर भाजपा को इस अवधि में 17,670 नए फालोअर मिले, जबकि आप को 1350 फालोअर मिले हैं। पिछले 30 दिन में कांग्रेस को 1520 नए यूजर ने फालो किया।

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सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की होड़

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सोशल मीडिया साइट्स एक्स, फेसबुक पर राजनीतिक दलों में जबरदस्त होड़ है। राजनीतिक दलों के वॉर रूम में प्रतिदिन राजनीतिक कंटेंट को लेकर पोस्ट शेयर किये जा रहे हैं। दलों में अधिक से अधिक पोस्ट करने की होड़ मची हुई है। भाजपा को अधिक पोस्ट करने का फायदा भी हुआ। पार्टी को दिल्ली वाले पेज से 1620 पोस्ट साझा की गई। हालांकि पोस्ट साझा करने में पार्टी समर्थक और कार्यकर्ता ही सबसे आगे रहते हैं। इसकी वजह है कि इस माह लगभग छह हजार नए फॉलोअर जुड़े हैं। भाजपा एक्स पर प्रतिदिन पचास से अधिक पोस्ट डाल रही है। इसके लिए पोस्ट तैयार करने के लिए पार्टी के वॉर रूम में सोशल मीडिया टीम काम कर रही है, जो कंटेंट तैयार करने से लेकर उसे पोस्ट करने तक का काम करती है। एक माह की अवधि में आम आदमी पार्टी ने 1115 पोस्ट किए और उसे डेढ़ हजार नए फॉलोअर मिले। इसी तरह कांग्रेस के 605 पोस्ट साझा करने के बदले उन्हें 1550 नए फॉलोअर मिले हैं।

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दिल्ली चुनाव 2025
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