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Delhi Election 2025: भाजपा ने अभेद्य किला बना दिया है इन 8 विधानसभा सीटों को

2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 62 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी, वहीं 8 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी। आइए जानते हैं कि दिल्ली वे 8 सीटें कौन सी हैं, जिन्हें भाजपा का अभेद्य किला कहा जा रहा है।

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Pratiksha Parashar
Delhi Assembly Election, BJP

Photograph: (ANI)

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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। 

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Delhi Assembly Election 2025:
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को चुनाव है। आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस सभी पार्टियां अपनी-अपनी सरकार बनाने का दावा कर रही हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 62 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी, वहीं 8 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने परचम लहराया था। तमाम कोशिशों के बावजूद इन सीटों पर आप को हार का मुंह देखना पड़ा था। ऐसे में दिल्ली की ये 8 सीटें बहुत महत्वपूर्ण हो जाती हैं और सबकी निगाहें इन पर टिकी हुई हैं। आइए जानते हैं कि दिल्ली वे 8 सीटें कौन सी हैं, जिन्हें भाजपा का अभेद्य किला माना जा रहा है।

करावल नगर विधानसभा 

करावल नगर विधानसभा सीट लगातार सुर्खियों में है। ये सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है। भाजपा के दिग्गज नेता मोहन सिंह बिष्ट 5 बार यहां से विधायक रहे हैं। 2020 में उन्होंने आम आदमी पार्टी के दुर्गेश पाठक को 8 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था। भाजपा ने इस बार बड़ा फेरबदल करते हुए मोहन बिष्ट की जगह आम आदमी पार्टी से भाजपा में शामिल होने वाले कपिल मिश्रा को मैदान में उतारा है। आपको बता दें कि करावल नगर सीट पर पहाड़ी वोटर बड़ी तादाद में हैं, जो बिष्ट के समर्थन में वोट करते आए हैं। अब देखना होगा कि क्या भाजपा इस बार अपना गढ़ बचा पाएगी या नहीं। 

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रोहिणी विधानसभा

रोहिणी विधानसभा में भाजपा का दबदबा रहा है। आप को रोहिणी विधानसभा में एक बार जीत मिली है, वहीं कांग्रेस आज तक इस सीट पर कभी नहीं जीत पाई है। 2020 में भाजपा के विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी के राजेश नामा बंसीवाला को करारी शिकस्त देते हुए रोहिणी में भाजपा का परचम लहलाया था। भाजपा ने एक बार फिर विजेंद्र गुप्ता पर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दिया है, वहीं आम आदी पार्टी ने प्रदीप मित्तल को टिकट दिया है। कांग्रेस ने इस सीट पर अब अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। 

बदरपुर विधानसभा

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बदरपुर विधानसभा से वर्तमान में भाजपा के रामवीर सिंह बिधूड़ी विधायक हैं। इस बार भाजपा ने बसपा से आये नारायण दत्त शर्मा को प्रत्याशी बनाया है, वहीं आम आदमी पार्टी ने रामसिंह नेताजी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषति नहीं किया है। बदरपुर में तकरीबन 90 हजार मतदाता हैं। दिलचस्प बात ये है कि बदरपुर में जनता का मूड बदलता रहता है और यहां किसी एक पार्टी का कब्जा नहीं रह पाया है। 

लक्ष्मी नगर विधानसभा

लक्ष्मी नगर विधानसभा की जनता ने कभी किसी एके पार्टी को सिर पर नहीं बैठाया। 2020 में बेहद नजदीकी मुकाबला देखने को मिला था। भाजपा के अभय शर्मा ने आप के नितिन त्यागी को मात्र 880 वोटों के अंतर से हराया था। यही वजह है कि भाजपा इस बार यहां जीतने के लिए पूरा दम लगा रही है। लक्ष्मी नगर विधानसभा पर भाजपा ने अपने प्रत्याशी को लेकर सस्पेंस बना रखा रहा और किसी दमदार चेहरे को उतारने की तैयारी में है। वहीं आम आदमी पार्टी ने बीबी त्यागी और कांग्रेस ने सुमित शर्मा को टिकट दिया है। 

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गांधी नगर विधानसभा 

गांधी नगर विधानसभा सीट दिल्ली की हाई प्रोफाइल सीटों में शामिल है। इस सीट से 2020 में भाजपा के अनिल कुमार बाजपेयी आम आदमी पार्टी के नवीन चौधरी को शिकस्त देकर विधायक बने थे। एक समय में गांधी नगर विधानसभा कांग्रेस का गढ़ कही जाती थी। सिख समुदाय से आने वाले कद्दावर नेता अरविंदर सिंह लवली लगातार 4 बार यहां  से विधायक बने हैं, वे शीला दीक्षित सरकार में मंत्री भी रहे हैं। दिलचस्प बात ये है कि इस बार अरविंदर सिंह लवली को भारती जनता पार्टी ने मैदान में उतारा है, वहीं आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर नवीन चौधरी पर दांव लगाया है। 

घोंडा विधानसभा

घोंडा से मौजूदा विधायक भाजपा के अजय महावर हैं। 2020 में उन्होंने आम आदमी पार्टी के श्रीदत्त शर्मा को करारी शिकस्त दी थी। घोंडा विधानसभा ज्यादातर चुनावों में भाजपा के खाते में गई है। भाजपा ने एक बार फिर अजय महावर पर दांव लगाया है, वहीं आम आदमी पार्टी ने गौरव शर्मा को टिकट दिया है। 

रोहतास नगर विधानसभा

रोहतास नगर से भाजपा के जितेंद्र महाजन 2020 में विधायक चुने गए थे। भाजपा ने एक बार फिर जितेंद्र महाजन को उम्मीदवार बनाया है। वहीं आदमी पार्टी ने एक बार फिर सरिता सिंह को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने अब तक इस सीट पर अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। 1993 से 2008 तक इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है, इसके बाद भाजपा ने अपने कदम यहां जमाए। यहां के लोग विकास के मुद्दों पर वोट करते हैं। इस बार देखना होगा कि कौन सी पार्टी यहां जीत हासिल करेगी। 

विश्वास नगर विधानसभा

2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के ओम प्रकाश शर्मा ने बड़े अंतर से विश्वास नगर में जीत हासिल की थी। वे लगातार 3 बार यहां से विधायक रहे हैं। पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी के दीपक सिंगला ने उन्हें कड़ी टक्कर दी थी, वहीं कांग्रेस के गुरचरण सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे। भाजपा ने एक बार फिर ओमप्रकाश शर्मा को टिकट दिया है, वहीं आप ने भी उम्मीदवार रिपीट करते हुए दीपक सिंगला को टिकट दिया है। कांग्रेस ने इस सीट पर अब तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। 

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दिल्ली चुनाव 2025
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