नई दिल्ली, आईएएनएस।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर में बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली और आसपास के इलाकों में आज हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बारिश को लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि दिल्ली, एनसीआर के कई स्थानों पर हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना है।
इन क्षेत्रों के लिए है चेतावनी
मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि गाजियाबाद में लोनी देहात, हिंडन एयरफोर्स स्टेशन, छपरौला, नोएडा, दादरी, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मानेसर, बल्लभगढ़ शामिल हैं। आईएमडी के मुताबिक, नरवाना, राजौंद, असंध, सफीदों, बरवाला, जिंद (हरियाणा) में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
दिल्ली में भी हल्की बारिश की संभावना
दिल्ली के कुछ स्थानों (नरेला, बवाना, अलीपुर, बुराड़ी, कंझावला, रोहिणी, बादिली, मॉडल टाउन, करावल नगर, आजादपुर, पीतमपुरा, दिल्ली यूनिवर्सिटी, सिविल लाइन्स, दिलशाद गार्डन, सीमापुरी, मुंडाका, पश्चिम विहार, पंजाबी बाग, राजौरी गार्डन, जाफरपुर, नजफगढ़, द्वारका, पालम, आईजीआई एयरपोर्ट, आयानगर, डेरामंडी) पर हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।
हरियाणा का भी जान लें हाल
मौसम विज्ञान विभाग ने पानीपत, गोहाना, गन्नौर, सोनीपत, रोहतक, खरखौदा (हरियाणा) में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। साथ ही बिजली गिरने की भी संभावना जताई है। आईएमडी ने बताया कि करनाल, राजौंद, असंध, सफीदों (हरियाणा), शामली, कांधला (यूपी) में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
बर्फबारी का अलर्ट भी जारी
आईएमडी ने पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने कहा कि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में जारी बारिश या बर्फबारी गतिविधि और आसपास के मैदानी इलाकों पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश के आसार हैं। आज दिन के समय मौसम की गतिविधि जारी रहने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ हुआ सक्रिय
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण 26-28 फरवरी के दौरान जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में और 27 और 28 फरवरी को उत्तराखंड में भारी वर्षा या बर्फबारी होने के आसार हैं। 26 से 28 फरवरी, 2025 के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान कोंकण के अलग-अलग हिस्सों में गर्मी की लहर बनने का अनुमान है।