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मुश्किल में फंसे AAP नेता सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन, ACB ने दर्ज किया केस

एंटी करप्शन ब्यूरो ने स्वास्थ्य परियोजनाओं में भारी अनियमितताओं के चलते पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन सहित कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

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Pratiksha Parashar
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। आम आदमी पार्टी के दो बड़े नेता मुश्किल में फंस गए हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो ने पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन सहित कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। स्वास्थ्य परियोजनाओं में भारी अनियमितताओं के चलते ये कार्रवाई की गई है। संयुक्त पुलिस आयुक्त मधुर वर्मा ने इस मामले की जानकारी दी है। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(1) के तहत, आईपीसी की धारा 409, 420 और 120-बी के तहत, सौरभ भारद्वाज, सत्येंद्र जैन, अज्ञात सरकारी अधिकारियों और निजी ठेकेदारों के खिलाफ जीएनसीटीडी के पुलिस स्टेशन भ्रष्टाचार निरोधक शाखा में FIR दर्ज की गई है।

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5,590 करोड़ रुपये की परियोजनाएं

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भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के प्रमुख मधुर वर्मा ने इस मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य अवसंरचना परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के सिलसिले में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 2018-19 में 5,590 करोड़ रुपये की लागत से 24 अस्पताल परियोजनाओं, 11 ग्रीनफील्ड और 13 ब्राउनफील्ड को मंजूरी दी गई थी। ये परियोजनाएं बेवजह देरी और खगोलीय लागत वृद्धि में फंसी हुई हैं, जो बड़े पैमाने पर वित्तीय गबन का संकेत देती हैं।

3 साल में 50 प्रतिश्त काम ही हुआ

आरोप है कि 2018-2019 के दौरान 5,590 करोड़ रुपये की 24 अस्पताल परियोजनाओं को मंजूरी दी गई थी। ये परियोजनाएं काफी हद तक अधूरी रहीं, जिनमें पर्याप्त और अस्पष्टीकृत लागत वृद्धि हुई। 1,125 करोड़ रुपये की आईसीयू अस्पताल परियोजना, जिसमें कुल 6,800 बिस्तरों वाली सात पूर्व-इंजीनियर सुविधाएं शामिल हैं, लगभग तीन साल और 800 करोड़ रुपये के खर्च के बाद भी केवल 50% पूरी हुई है, जबकि शुरुआती छह महीने की समयसीमा पूरी होने की थी। शिकायत के सत्यापन से पता चला कि ज्वालापुरी (मेसर्स परनिका कमर्शियल एंड एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा) और मादीपुर (मेसर्स रामासिविल इंडिया कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा) के सरकारी अस्पतालों में अनधिकृत अतिरिक्त निर्माण सक्षम अधिकारियों की मंजूरी के बिना किया गया। मादीपुर अस्पताल परियोजना नवंबर 2022 तक पूरी होनी थी, लेकिन अभी भी छोड़ दी गई है और पूरी होने से बहुत दूर है।

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भाजपा नेता ने की थी शिकायत 

भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17ए के तहत सक्षम प्राधिकारी से मंजूरी मिलने के बाद पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि 22 अगस्त, 2024 को तत्कालीन विपक्ष के नेता और वर्तमान दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें विभिन्न स्वास्थ्य अवसंरचना परियोजनाओं में गंभीर अनियमितताओं और संदिग्ध भ्रष्टाचार को उजागर किया गया था, जिसमें परियोजना बजट में व्यवस्थित हेरफेर, सार्वजनिक धन का दुरुपयोग और निजी ठेकेदारों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया गया था। aam aadmi party | politics 

 

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