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श्रीनगर वाईबीएन डेस्क: तीर्थयात्रियों का इंतजार आखिरकार खत्म हुआ, जब आज बाबा बर्फानी के पवित्र गुफा के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। श्री अमरनाथ यात्रा 2025 की आधिकारिक शुरुआत के साथ ही पहाड़ों में ‘हर हर महादेव’ और ‘बम-बम भोले’ के जयकारों की गूंज सुनाई देने लगी है। इस वर्ष का पहला जत्था गुरुवार 4 जुलाई को भगवान शिव के दर्शन करेगा। श्रद्धालु पूरी आस्था और जोश के साथ कठिन और दुर्गम यात्रा पर निकल चुके हैं। ऊंचे पहाड़, बर्फीले रास्ते और विषम मौसम भी भक्तों के उत्साह को कम नहीं कर पाए हैं।
कड़ी सुरक्षा के बीच हो रही है यात्रा
यात्रा की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पूरे रूट पर पुलिस, अर्धसैनिक बल और सेना के जवान मुस्तैदी से तैनात हैं। ड्रोन से निगरानी की जा रही है और संवेदनशील इलाकों में विशेष चौकसी बरती जा रही है। प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी श्रद्धालुओं को पंजीकरण और स्वास्थ्य प्रमाण पत्र के साथ यात्रा करने की अनुमति दी गई है। अमरनाथ यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता का भी प्रतीक बन चुकी है। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए देशभर से श्रद्धालु जम्मू-कश्मीर पहुंच चुके हैं।
भक्तों में दिखा विशेष उत्साह
इस बार यात्रा को लेकर भक्तों में विशेष उत्साह देखा जा रहा है क्योंकि मौसम भी अभी तक अनुकूल बना हुआ है। स्थानीय प्रशासन और तीर्थयात्रा बोर्ड श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा देने के लिए सक्रिय है।बुधवार को यात्रा के पहले दिन तीर्थयात्रियों का पहला जत्था जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले स्थित चंद्रकोट लंगर स्थल पर पहुंच गया था। भक्तों का यह जत्था कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रवाना हुआ और रास्ते में विभिन्न पड़ावों पर स्थानीय प्रशासन व सेवा समितियों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। चंद्रकोट में लंगर और आवास की व्यवस्था की गई थी। जहां तीर्थयात्री रात्रि विश्राम कर आगे की यात्रा शुरू की अब यह यात्री आज गुरुवार को भगवान शिव के दर्शन करेंगे। Amarnath Yatra