नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। कांग्रेस ने भाजपा राज्यसभा सांसद
रामचंद्र जांगड़ा के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है जिसमें उन्होंने कहा था कि पहलगाम में आतंकी हमले के दौरान पर्यटकों को आतंकियों से मुकाबला करना चाहिए था। पार्टी ने जांगड़ा को भाजपा से बर्खास्त करने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सार्वजनिक माफी की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष
मल्लिकार्जुन खरगे ने 'एक्स' पर कहा कि भाजपा नेता शहीदों और सुरक्षाबलों का अपमान करने में एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में हैं।
असंवेदनहीन और सुरक्षा बलों का अपमान बताया
खरगे ने कहा कि भाजपा सांसद का यह बयान न केवल संवेदनहीन है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा बलों के बलिदान का अपमान भी है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और मंत्री विजय शाह द्वारा सेना और शहीद अफसरों पर विवादास्पद बयान दिए जा चुके हैं। विजय शाह को कर्नल सोफिया कुरैशी के धर्म को लेकर बयान देने पर माफी मांगनी पड़ी थी।
जयराम बोले- सत्ता के नशे में है भाजपा
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी जांगड़ा के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा सत्ता के नशे में इतनी चूर हो चुकी है कि वह आतंकी हमले की सुरक्षा चूक पर सवाल उठाने की बजाय शहीदों और उनके परिजनों को ही कटघरे में खड़ा कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब ऐसे बयान लगातार सामने आ रहे हैं तो प्रधानमंत्री और भाजपा नेतृत्व की चुप्पी को इनकी मौन स्वीकृति क्यों न माना जाए?
जानिये पहलगाम में क्या हुआ था
22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में एक आतंकी हमले में 28 लोगों की जान चली गई थी। इस पर टिप्पणी करते हुए जांगड़ा ने कहा था कि हमले में अपने पतियों को खोने वाली महिलाओं को 'वीरांगना' की तरह व्यवहार करना चाहिए था, और उनमें 'जोश व जज्बे की कमी' थी। कांग्रेस ने इस बयान को बेहद अपमानजनक बताते हुए मांग की है कि प्रधानमंत्री मोदी खुद माफी मांगें और रामचंद्र जांगड़ा को तत्काल पार्टी से बाहर करें।
भाजपा सांसद की टिप्पणी पर Congress की कड़ी प्रतिक्रिया, खरगे बोले- मोदी माफी मांगें
कांग्रेस ने पहलगाम आतंकी हमले पर विवादास्पद बयान देने वाले भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा को बर्खास्त करने की मांग की। पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी से माफी की भी मांग की।
असंवेदनहीन और सुरक्षा बलों का अपमान बताया
जयराम बोले- सत्ता के नशे में है भाजपा
जानिये पहलगाम में क्या हुआ था