Advertisment

IAF के विमान पर Myanmar में साइबर अटैक, GPS स्पूफिंग के जरिए किया गलत दिशा मे मोड़ने का प्रयास

भारतीय वायुसेना के विमान पर म्यांमार में एक साइबर हमला हुआ, जब वह 'ऑपरेशन ब्रह्मा' के तहत भूकंप राहत सामग्री लेकर जा रहा था। हमले में GPS स्पूफिंग तकनीक का उपयोग किया गया, जिससे विमान को गलत दिशा में मोड़ने की कोशिश की गई।

author-image
Vibhoo Mishra
Cyber Attack
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।

Advertisment

भारतीय वायुसेना के विमान पर म्यांमार में एक साइबर हमला हुआ, जब वह 'ऑपरेशन ब्रह्मा' के तहत भूकंप राहत सामग्री लेकर जा रहा था। हमले में GPS स्पूफिंग तकनीक का उपयोग किया गया, जिससे विमान को गलत दिशा में मोड़ने की कोशिश की गई। हालांकि, पायलटों ने इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम (INS) का उपयोग करके स्थिति को संभाला और मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया।​

क्या है GPS स्पूफिंग?

GPS स्पूफिंग एक साइबर हमला है, जिसमें नकली सिग्नल भेजकर नेविगेशन सिस्टम को गलत दिशा में मोड़ा जाता है। यह तकनीक विमान को गलत स्थान पर ले जा सकती है, जिससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं।​

Advertisment

भारतीय वायुसेना की प्रतिक्रिया

भारतीय वायुसेना के पायलटों ने GPS स्पूफिंग का पता चलते ही INS और अन्य नेविगेशन तकनीकों का उपयोग किया, जिससे विमान को सुरक्षित रूप से गंतव्य तक पहुंचाया गया।​

संभावित हमलावर

Advertisment

हालांकि, हमले के पीछे किसका हाथ है, यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन म्यांमार में चीन की बढ़ती गतिविधियों और तकनीकी ताकत को देखते हुए संदेह चीन और उसके समर्थित उग्रवादी गुटों पर जताया जा रहा है।​

बढ़ता साइबर खतरा

GPS स्पूफिंग के मामले वैश्विक स्तर पर बढ़ रहे हैं। 2024 में GPS स्पूफिंग के मामलों में 500% की बढ़ोतरी हुई है, जिससे यह सिविल और सैन्य दोनों विमानों के लिए एक गंभीर खतरा बन गया है।​

Advertisment

यह घटना दर्शाती है कि भविष्य की लड़ाइयां केवल जमीन या हवा में नहीं, बल्कि सैटेलाइट और साइबर स्पेस में भी लड़ी जाएंगी। भारतीय वायुसेना की सतर्कता और तकनीकी तैयारी ने इस हमले को विफल किया, लेकिन यह एक चेतावनी है कि साइबर सुरक्षा को और मजबूत करने की आवश्यकता है।​



china cyber attack India Myanmar aid
Advertisment
Advertisment