Uttarakhand Chardham Yatra : चारधाम यात्रा में आने वाले कमर्शियल वाहनों के लिए एक नई व्यवस्था लागू की गई है। जिसके तहत अब ग्रीन कार्ड के बिना इन वाहनों को चार धाम में प्रवेश नहीं मिलेगा। इस निर्णय से यात्रा की सुरक्षा और व्यवस्थित संचालन सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। आरटीओ देहरादून सुनील शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब चारधाम यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड जारी किए जाएंगे जो एक तरह से फिटनेस सर्टिफिकेट का काम करेगा।
ग्रीन कार्ड क्या है?
ग्रीन कार्ड एक प्रकार का फिटनेस सर्टिफिकेट होगा जिसे केवल उन वाहनों को जारी किया जाएगा जो फिटनेस मानकों को पूरा करते हैं। यह कार्ड विशेष रूप से पीली प्लेट वाली कमर्शियल गाड़ियों के लिए अनिवार्य होगा चाहे वह वाहन उत्तराखंड राज्य का हो या किसी दूसरे राज्य का। यह कदम सुरक्षा और यातायात व्यवस्था में सुधार लाने के लिए उठाया गया है। आरटीओ ने स्पष्ट किया कि ग्रीन कार्ड जारी करने से पहले वाहन की फिटनेस जांच की जाएगी। फिटनेस टेस्ट पास करने के बाद ही ग्रीन कार्ड ऑनलाइन जारी किया जाएगा।
यह होगी फीस और प्रक्रिया
आरटीओ ने बताया कि छोटे वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड की फीस 400 रुपये होगी, जबकि बड़े वाहनों के लिए यह फीस 600 रुपये तय की गई है। इसके बाद वाहन के फिटनेस की पुष्टि होने पर ग्रीन कार्ड को ऑनलाइन जारी कर दिया जाएगा। यह प्रक्रिया यात्रा के दौरान वाहन सुरक्षा और संचालन को सुनिश्चित करने में मदद करेगी।
बसों के संचालन के लिए नया रोटेशन सिस्टम
चारधाम यात्रा के दौरान बसों की कमी और भीड़-भाड़ से बचने के लिए आरटीओ ने बसों के संचालन के लिए यूनियन से चर्चा कर रोटेशन सिस्टम लागू किया है। इस सिस्टम के तहत बसों को समय-समय पर निर्धारित मार्गों पर चलाया जाएगा ताकि यात्री बिना किसी परेशानी के अपनी यात्रा पूरी कर सकें। चारधाम यात्रा हिंदू धर्म के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से मानी जाती है। यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ, इन चार स्थानों का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। इस साल चारधाम यात्रा की शुरुआत अक्षय तृतीया (30 अप्रैल 2025) से होने जा रही है। बद्रीनाथ के कपाट 4 मई को खुलेंगे और केदारनाथ धाम के द्वार 2 मई को सुबह 7 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।