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वोट चोरी विवाद पर गरमाई सियासत: Dimple Yadav बोली-अगर वोट चोरी नहीं, तो प्रमाण क्यों नहीं?

चुनाव आयोग द्वारा राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग पर सपा सांसद डिंपल यादव ने कड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष वोट चोरी की बात कर रहे हैं, तो चुनाव आयोग को चाहिए कि वह ठोस सबूतों के साथ सामने आए और स्पष्ट करे कि ऐसा कुछ नहीं हो रहा।

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Ranjana Sharma
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: चुनाव आयोग और विपक्ष के बीच टकराव और तेज होता जा रहा है। कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा लगाए गए 'वोट चोरी' के आरोपों पर चुनाव आयोग ने जहां रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोपों को खारिज करते हुए विपक्ष से माफी मांगने की बात कही, वहीं अब इस मामले पर सपा की सांसद डिंपल यादव ने भी चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए हैं।डिंपल यादव ने कहा कि अगर नेता प्रतिपक्ष देश के लोकतंत्र पर इतना बड़ा सवाल उठा रहे हैं, तो यह आयोग की जिम्मेदारी बनती है कि वह ठोस साक्ष्य सामने लाकर स्थिति स्पष्ट करे और यह बताए कि वोट चोरी नहीं हुई है। उन्होंने चुनाव आयोग से पारदर्शिता की मांग करते हुए कहा कि महज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोपों को नकारना पर्याप्त नहीं है।

हलफनामे हैं सबूत, फिर क्यों इनकार कर रहा आयोग?

डिंपल यादव ने दावा किया कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ऐसे मतदाताओं के हलफनामे भी आयोग को सौंपे हैं, जिनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को अब मतदान का अधिकार नहीं मिलेगा और इसकी जिम्मेदारी चुनाव आयोग की खामियों पर जाती है। सपा सांसद ने चुनाव आयोग की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस पर भी सवाल उठाते हुए कहा  कि  जब हमारे पास हलफनामों के जरिए सबूत मौजूद हैं, तो सार्वजनिक मंच पर जाकर इनकार करना और सब कुछ ठीक बताना अपने आप में एक बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।

चुनाव आयोग ने आरोपों को बतायाबेबुनियाद

बता दें कि चुनाव आयोग ने रविवार को अपने बयान में कहा था कि 'वोट चोरी' जैसे आरोप पूरी तरह बेबुनियाद हैं। आयोग ने स्पष्ट किया कि यदि विपक्ष के पास इस तरह के आरोपों के सबूत हैं तो उन्हें सार्वजनिक करें, वरना देश से माफी मांगें। आयोग ने यह भी कहा कि वह निडर और निष्पक्ष रूप से कार्य करता रहेगा और सभी दलों के प्रति उसकी नजर बराबरी की होती है।यह विवाद तब शुरू हुआ जब राहुल गांधी ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण के दौरान बड़े पैमाने पर वोटरों के नाम हटाए जाने का आरोप लगाया।
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