/young-bharat-news/media/media_files/2025/05/14/rarU8eUqAd6c9gRmAx3N.png)
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क:भारत ने पाकिस्तान के साथ सीमा पर तैनात अपने बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार साहू को पाकिस्तान रेंजर्स की कैद से सुरक्षित रूप से छुड़वाकर वापस लाने में सफलता प्राप्त की है। पूर्णम कुमार साहू, जो पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के निवासी हैं, 23 अप्रैल को पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा हिरासत में लिए गए थे। दोनों ओर से गलती से सीमा पार कर हिरासत में लिए गए जवानों को शांतिपूर्वक अदला-बदली (Exchange) के जरिए एक-दूसरे को सौंप दिया गया है।
Advertisment
#WATCH पंजाब: अमृतसर में अटारी बॉर्डर से BSF जवान पूर्णम कुमार शॉ के भारत लौटने की पहली वीडियो सामने आई।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 14, 2025
कांस्टेबल पूर्णम कुमार शॉ 23 अप्रैल 2025 को फिरोजपुर सेक्टर में ऑपरेशनल ड्यूटी के दौरान अनजाने में पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे और उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में… pic.twitter.com/VS9kqSC4Bj
अटारी-वाघा बॉर्डर पर सुबह 10:30 बजे लौटा जवान
Advertisment
इसके बाद भारत ने कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर प्रयास शुरू किए। अंततः 14 मई को अटारी-वाघा बॉर्डर पर सुबह 10:30 बजे पाकिस्तान ने जवान को भारत को सौंप दिया। बीएसएफ ने बताया कि हैंडओवर प्रक्रिया शांतिपूर्ण और स्थापित प्रोटोकॉल के तहत की गई। इस घटना के जवाब में भारत ने भी राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में पकड़े गए एक पाकिस्तानी रेंजर को पाकिस्तान को सौंप दिया। यह पाक रेंजर भारतीय सीमा में अवैध रूप से घुसने की कोशिश कर रहा था, जिसे बीएसएफ ने मुस्तैदी से पकड़ लिया था।
आपसी सहमति से समाधान
इस पूरे घटनाक्रम में दोनों देशों ने फ्लैग मीटिंग और आपसी संवाद के जरिए समाधान खोजा। यह दर्शाता है कि भले ही राजनीतिक स्तर पर तनाव बना रहे, लेकिन जमीनी स्तर पर इंसानियत और समझदारी की जगह अब भी बाकी है। पिछले कुछ हफ्तों में भारत और पाकिस्तान के बीच ड्रोन और मिसाइल हमलों के चलते तनाव चरम पर था। लेकिन भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने के बाद हालात में कुछ नरमी आई और सीजफायर की घोषणा की गई। इसी माहौल में यह जवानों की रिहाई और अदला-बदली का फैसला हुआ।
Advertisment