दावणगेरे, कर्नाटक, वाईबीएन नेटवर्क।
नेटफ्लिक्स की पॉपुलर वेब सीरीज 'Money Heist’ देखकर चोरी का मास्टरप्लान तैयार किया और यूट्यूब पर चोरी की टेक्निक्स सीखकर बैंक में 13 करोड़ का सोना उड़ा लिया! लेकिन जितनी शातिर ये डकैती थी, उतनी ही जबरदस्त पुलिस की जांच भी रही। छह महीने की मशक्कत के बाद पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल केस का खुलासा कर दिया और छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर 15 किलो सोना बरामद किया है। ये सोना कुएं में छिपाकर रखा गया था।
स्ट्रांग रूम का लॉक कटा और CCTV मिला गायब!
28 अक्टूबर 2024 को जब न्यामति स्थित SBI बैंक के अधिकारी वीकेंड के बाद बैंक पहुंचे, तो वहां का नज़ारा देख उनके होश उड़ गए। स्ट्रांग रूम का लॉकर गैस कटर से काटा जा चुका था और करीब 17.7 किलो सोने के आभूषण गायब थे। चोरों ने न सिर्फ खिड़की की ग्रिल तोड़कर एंट्री ली, बल्कि पुलिस को चकमा देने के लिए CCTV का DVR भी उड़ा लिया। इतना ही नहीं, कोई सुराग न बचे, इसके लिए क्राइम सीन पर मिर्च पाउडर भी बिखेर दिया।
50 किलोमीटर तक खंगाले CCTV
घटना के बाद पुलिस ने बैंक के आसपास का इलाका खंगालना शुरू किया। 50 किलोमीटर के दायरे में सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन चोर इतनी सफाई से चोरी कर गए थे कि पुलिस के हाथ कोई पुख्ता सबूत नहीं लगा। मोबाइल टावर लोकेशन और अंतरराज्यीय टोल डेटा तक खंगाला गया, लेकिन अपराधी किसी भी डिजिटल ट्रेस से बचने में कामयाब रहे।
यूपी के कुख्यात गिरोह पर था शक
पुलिस को सबसे पहले शक यूपी के बदायूं जिले के ककराला गैंग पर गया, जो पहले भी इसी तरह की बैंक डकैतियों में शामिल रहा है। इसके बाद पुलिस टीमों ने गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में ऑपरेशन चलाया। लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, असली सुराग तमिलनाडु के एक गिरोह तक पहुंचा।
तमिलनाडु में धरे गये असली मास्टरमाइंड
पुलिस को जब तमिलनाडु कनेक्शन का पता चला, तो जांच की दिशा पूरी तरह बदल गई। आखिरकार पुलिस ने मास्टरमाइंड विजय कुमार, अजय कुमार, अभिषेक, चंद्रू, मंजूनाथ और परमानंद को धर दबोचा। विजय कुमार और अजय कुमार न्यामति में मिठाई का कारोबार करते थे, लेकिन पैसों की तंगी से जूझ रहे थे। इसी वजह से उन्होंने ये खतरनाक प्लान बनाया।
Netflix की 'Money Heist’ से लिया आइडिया
पूछताछ में विजय कुमार ने कबूल किया कि उसने ‘मनी हाइस्ट’ वेब सीरीज देखकर इस डकैती का प्लान बनाया था। लेकिन सिर्फ आइडिया ही नहीं, उसने यूट्यूब पर चोरी की टेक्निक्स भी सीखी। वह महीनों तक बैंक की सुरक्षा पर नज़र रखता रहा और उसके बाद हाइड्रोलिक कटर और गैस कटर खरीदे। यहां तक कि पुलिस को चकमा देने के लिए गैस सिलेंडरों के सीरियल नंबर तक मिटा दिए।
30 फीट गहरे कुएं में छिपाया सोना
तमिलनाडु के मदुरै जिले में पुलिस को एक गहरा कुआं मिला, जो इस केस का सबसे बड़ा सुराग बना। एक्सपर्ट तैराकों की मदद से पुलिस ने 30 फीट गहरे कुएं से 15 किलो सोने से भरा लॉकर निकाला। बाकी बचा सोना गिरवी रख दिया गया था या बेचा जा चुका था।
अब क्या होगा?
पुलिस ने पूरे 13 करोड़ का सोना बरामद कर लिया है और सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दिया गया है। इस केस की जांच अब भी जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या ये गिरोह पहले भी इस तरह की वारदातों में शामिल था। फिलहाल, पुलिस की मुस्तैदी से ये हाई-प्रोफाइल केस सॉल्व हो चुका है, लेकिन इसने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है - क्या क्राइम और टेक्नोलॉजी का यह खतरनाक मेल भविष्य में और भी संगठित अपराधों को जन्म देगा?