नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Kolkata gangrape Case: कोलकाता के सामुहिक दुष्कर्म के मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से गंभीर आरोप सामने आए हैं। मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की सदस्य अर्चना मजूमदार ने कोलकाता पुलिस पर पीड़िता और उसके परिवार को छिपाने के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि न तो उन्हें पीड़िता से मिलने दिया जा रहा है और न ही अपराध स्थल तक पहुंचने दिया गया।
अर्चना मजूमदार ने मीडिया से क्या कहा
Kolkata gang rape case:अर्चना मजूमदार ने मीडिया से बात करते हुए कहा-
न पुलिस हमें पीड़िता से मिलने दे रही है, न घटनास्थल देखने दे रही है और न ही कोई तस्वीर लेने दे रही है। पुलिस नहीं चाहती कि हम पीड़िता के परिवार से मिलें। पुलिस कह रही है कि उन्हें नहीं पता परिवार कहां है। जो इस केस के नोडल अधिकारी और डिप्टी कमिश्नर हैं, उन्हें तक यह जानकारी नहीं है। ये हास्यास्पद है।
आयोग केंद्र सरकार को सौंपेगा रिपोर्ट
महिला आयोग की सदस्य का आरोप है कि कोलकाता पुलिस ने आयोग के पत्र का जवाब देते हुए सभी सवालों के जवाब दे दिए और अब वह
जांच करने के लिए मौका मुआयना करना चाहती हैं तो पुलिस कहती है, हमारे पास पीड़ित परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं है। अर्चना ने कहा-
वे लोग घर पर नहीं हैं, उन्हें कहीं छिपा दिया गया है। हम इस पूरी स्थिति को अपनी रिपोर्ट में शामिल करेंगे। जो करना होगा, हम करेंगे।
NCW इस मामले में जल्द विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर केंद्र सरकार को सौंपेगा।
जानिए क्या है पूरा मामला?
Kolkata Law College: कांग्रेस, भाजपा और सीपीआई (एम) समेत तमाम राजनैतिक दल इस मामले में टीएमसी सरकार को घेरने में लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मामले की जांच के लिए एक चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और पूर्व मंत्री सत्यपाल सिंह के नेतृत्व मामले की मौके पर जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट भाजपा आलाकमान को सौंपेगी। बता दें, घटना 25 जून की शाम को हुई जब महिला कॉलेज गई थी और तीनों आरोपी उसे शैक्षणिक संस्थान के अंदर एक कमरे में ले गए और उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। रेप मामले में गिरफ्तार सभी आरोपियों को 5 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेजा गया।