महाकुंभ नगर, वाईबीएन नेटवर्क।
शनिवार को महाकुंभ में वीआईपी मूवमेंट खूब रहा। उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ अपनी धर्मपत्नी सुदेश धनकड़ के साथ संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी महाकुंभ पहुंचे, हालांकि उन्होंने हेलीकॉप्टर से सर्वेक्षण करने के साथ मौनी अमावस्या के मौके पर हुई भगदड़ का घटनास्थल देखा और भगदड़ के दौरान संतों द्वारा पूरे धैर्य के साथ अभिभावक की भूमिका निभाने पर अभिनंदन किया। इसके अलावा 77 देशों के 110 राजनयिक के प्रतिनिधिमंडल ने भी संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाई।
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मेले को लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने क्या कहा
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ नौका विहार करने के बाद संगम तट पर स्नान किया। इस दौरान उन्होंने लेटे हनुमान जी के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की, इस दौरान सीएम मुख्यमंत्री भी उनके साथ मौजूद रहे। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि महाकुंभ अदभुत है। एतिहासिक है, अब तक दुनिया में कहीं भी इतने लोग इकठ़ठा नहीं हुए। महाकुंभ में प्रशासन की व्यवस्था देकर मैं आश्चर्य चकित हूं। सब कुछ बहुत ही भव्य है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि भारत में कभी इतना बड़ा आयोजन हो सकेगा।
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भगदड़ पर बोले- उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
भगदड़ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य पूर्ण था। लेकिन योगी आदित्यनाथ सरकार ने सब बहुत जल्दी संभाल लिया। यूपी सरकार का रेस्क्यू ऑपरेशन भी इतिहास में दर्ज हो गया। इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मेला क्षेत्र का दौरा भी किया। संगम तट पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सिर पर शिवलिंग रखकर पवित्र गंगा में डुबकी लगाई और पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना की। इसके बाद मां गंगा की पूजा करने के बाद आरती उतारी। इस दौरान सीएम योगी भी मौजूद रहे।
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77 देशों के 118 राजनयिकों ने भी लगाई डुबकी
77 देशों के 118 राजनयिकों ने भी पुण्य की डुबकी लगाई। राजनयिकों ने अरैल घाट पर स्नान किया। इस दौरान सभी देशों ने अपना झंडा भी यहां पर लगाया। अरैल घाट पहुंचने पर राजनयिकों का जोरदार स्वागत किया गया। यहां की व्यवस्था देखकर वह अभीभूत रहे। सरकारी बयान के मुताबिक राजनयिकों अरैल में अपने अपने देशों का ध्वज फहराए और संगम में डुबकी लगाई। राजनयिकों ने अक्षयवट, सरस्वती कूप और लेटे हुए हनुमान मंदिर में दर्शन किए।