महाकुंभ के दौरान 29 जनवरी को हुई भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार, 1 फरवरी को पहली बार प्रयागराज जाएंगे। अपने दौरे के दौरान सीएम योगी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत करेंगे और उनके साथ महाकुंभ से जुड़े कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री सेक्टर-21 में सतुआ बाबा आश्रम और सेक्टर-5 में भारत सेवा श्रम शिविर जाएंगे। वे मेला सर्किट हाउस में विभिन्न देशों के मिशन प्रमुखों के प्रतिनिधियों से भी मिलेंगे। इसी के साथ ही लगभग 77 देशों के राजनयिकों सहित 118 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल प्रयागराज में महाकुंभ का दौरा करने वाला है।
तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन
सप्ताह की शुरुआत में मौनी अमावस्या के दौरान महाकुंभ मेले में भगदड़ की घटना में कम से कम 30 लोगों की जान चली गई थी। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या स्नान अनुष्ठान के दौरान हुई भगदड़ की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग ने प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल का दौरा किया। इस घटना में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए। आयोग को त्रासदी के कारणों और परिस्थितियों की जांच करने का काम सौंपा गया है। आयोग को एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपनी होगी।जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग ने 31 जनवरी को प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल का दौरा किया।
5.42 मिलियन से अधिक लोगों ने लगाई डुबकी
इस बीच, प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में 1 फरवरी को 5.42 मिलियन से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और रहस्यमयी सरस्वती के पवित्र संगम में डुबकी लगाई। इनमें से, 1 मिलियन से अधिक कल्पवासी और 4.42 मिलियन तीर्थ यात्री त्रिवेणी के जल में डुबकी लगा चुके हैं। 31 जनवरी तक, 314.6 मिलियन से अधिक लोग आयोजन की शुरुआत से तीन नदियों के पवित्र संगम में डुबकी लगा चुके हैं। 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी तक जारी रहेगा। महाकुंभ में शेष महत्वपूर्ण स्नान तिथियां 3 फरवरी (बसंत पंचमी-तीसरा शाही स्नान), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महा शिवरात्रि) हैं।