आइजोल, वाईबीएन नेटवर्क।
नशीले पदार्थों के खिलाफ देशभर में चल रही मुहिम को मिजोरम में एक बड़ी सफलता मिली है। राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने एक बड़े ड्रग्स नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए 52.67 किलो मेथामफेटामिन की गोलियां जब्त की हैं। इस ऑपरेशन में जब्त की गई ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 52.67 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
कैसे हुआ ऑपरेशन?
राजधानी आइजोल के बाहरी इलाके में DRI की टीम ने एक 12-पहिया ट्रक को संदिग्ध गतिविधियों के चलते रोका। ट्रक की तलाशी लेने पर उसमें छिपाकर रखे गए 53 पैकेट्स बरामद हुए। ये ईंट जैसी शक्ल के पैकेट्स तिरपाल के नीचे छिपाए गए थे और उन पर "3030 Export Only", "999" और हीरे जैसे चिन्ह बने थे। जब इन पैकेट्स को खोला गया, तो उनमें संतरी-गुलाबी रंग की गोलियां मिलीं, जिनकी जांच NDPS फील्ड टेस्ट किट से की गई और पुष्टि हुई कि यह मेथामफेटामिन है।
म्यांमार से भारत में घुसपैठ की साजिश
प्रारंभिक जांच से खुलासा हुआ कि यह ट्रक म्यांमार की सीमा से लगे जोखावठर सेक्टर से भारत में घुसा था और इसका गंतव्य त्रिपुरा था। ट्रक की पहले की यात्रा में वह मेघालय से चंपाई तक सीमेंट लेकर गया था, और फिर लौटते वक्त इस मादक पदार्थ को लादकर निकला।
ड्राइवर और साथी गिरफ्तार
इस मामले में ट्रक चालक और उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके खिलाफ NDPS एक्ट, 1985 के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है। अब उनसे यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह रैकेट किन-किन लोगों से जुड़ा है और इसका नेटवर्क कितना बड़ा है।
लगातार मिल रही सफलता
2025 की शुरुआत से लेकर अब तक DRI ने पूर्वोत्तर भारत में 148.50 किलो से अधिक मेथामफेटामिन जब्त किया है। यह तस्करी के बढ़ते खतरे की तरफ इशारा करता है।
युवाओं को बचाने की जंग
मिजोरम में की गई यह कार्रवाई एक बार फिर साबित करती है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में DRI की नजर बेहद पैनी है। यह ऑपरेशन देश के भीतर नशे की बढ़ती चुनौती को रोकने के लिए एक मजबूत कदम है और आने वाले समय में ऐसी और भी सतर्क कार्रवाइयों की उम्मीद की जा सकती है।