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नोएडा पुलिस ने FIITJEE से संबंधित 380 खातों को खोजा, लेनदेन रोकने को लिखा बैंकों को पत्र

पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले देश के प्रमुख कोचिंग संस्थान फिटजी के  सेंटर बंद होने के संबंध में दर्ज मामले की जांच में संस्थान से जुड़े 380 खातों का पता लगाया है। साथ ही इन खातों में लेनदेन रोकने के लिए बैंकों को पत्र लिखा है।

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Mukesh Pandit
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। 

गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले देश के प्रमुख कोचिंग संस्थान फिटजी के  सेंटर बंद होने के संबंध में दर्ज मामले की जांच में संस्थान से जुड़े 380 खातों का पता लगाया है। साथ ही इन खातों में लेनदेन रोकने के लिए बैंकों को पत्र लिखा है। कई जगहों पर कोचिंग के अचानक बंद होने के बाद से अभिभावकों में काफी रोष है। अभिभावकों का आरोप है कि संस्थान ने न तो कोई सूचना दी और न ही पैसे वापस दिए। परेशान अभिभावक और छात्र हताश होकर कोचिंग सेंटरों पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं।

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फिटजी के मालिक डीके गोयल के खिलाफ दर्ज है FIR

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पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि पिछले माह ग्रेटर नोएडा निवासी सतसंग कुमार तथा मनोज कुमार की शिकायत पर नोएडा के सेक्टर-58 और ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाने में फिटजी के मालिक डीके गोयल, मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) राजीव बब्बर, मुख्य संचालन अधिकारी (सीओओ) मनीष आनंद, ग्रेटर नोएडा शाखा के प्रमुख रमेश बटलेश समेत 12 लोगों के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि वेतन संकट के बाद नोएडा, गाजियाबाद, भोपाल, वाराणसी, दिल्ली, मेरठ और पटना में फिटजी कोचिंग सेंटर बंद हो गए हैं। ऐसे में यहां पढ़ने वाले छात्रों के सामने बड़ी मुश्किल आ गई है। छात्र और उनके परिजन काफी परेशान हैं। क्योंकि आने वाले महीनों में कई परीक्षाएं हैं। दरअसल, संस्थान ने कई शिक्षकों की सैलरी नहीं दी जिसके बाद सामूहिक रूप से शिक्षकों ने नौकरी छोड़ दी और संस्थान बंद करना पड़ा। इसके बाद उत्तर प्रदेश के कुछ सेंटर बंद हो गए। 

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कोचिंग बंद होने से अभिभावकों में भारी रोष

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कई जगहों पर कोचिंग के अचानक बंद होने के बाद से अभिभावकों में भारी रोष देखा जा रहा है। अभिभावकों का आरोप है कि संस्थान ने न तो कोई सूचना दी और न ही पैसे वापस दिए। कई तस्वीरों और वीडियो में अभिभावकों बंद हो चुकी शाखाओं के बाहर विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं। बता दें संस्थान की तरफ से लोगों को भरोसा दिया था कि कोचिंग बंद नहीं होंगे, आपको पैसे जमा करने चाहिए। इसके बावजूद कई सेंटर बंद हो गए। लोगों के लाखों रुपये दांव पर लगे हैं। मेरठ के मंगल पाण्डेय नगर में FIITJEE का सेंटर पिछले 12 साल से चल रहा था, जिसमे इस समय लगभग 700 स्टूडेंट्स JEE की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अब उस पर ताला लगा हुआ है।

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FIITJEE सेंटर बंद होने की वजह 

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उल्लेखनीय है कि FIITJEE की शुरुआत आज से लगभग 36 साल पहले हुई थी। देश के लगभग सभी मेट्रो सिटीज़ के अलावा कई बड़े शहरों में सेंटर थे। गौरतलब है कि यहां टीचर्स की सालाना सैलरी 15 लाख से शुरू होकर दो करोड़ तक होती है। जोकि अन्य बड़े कोचिंग सेंटर की तुलना में ज़्यादा हैं। समय के साथ और कई संस्थान शुरू हुए और FIITJEE में स्टूडेंट्स कम हो गए। इन पर एक बड़ा आरोप कोचिंग का पैसा दूसरे धंधों के लगाने का भी है। साथ ही इन्वेस्टर्स ने भी ख़राब स्थिति देखते हुए निवेश करने से मना कर दिया। इस वजह से FIITJEE की हालत ख़राब हो गई। टिचर्स को सैलरी देना भी मुश्किल हो गया। टिचर्स संस्थान छोड़ने लगे और बंद करने की नौबत आ गई।

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