नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क | पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले का कथित मास्टरमाइंडऔर लश्कर-ए-तैयबा(LET) का शीर्ष कमांडर सैफुल्ला कसूरी बुधवार, 28 मई को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के कसूर शहर में एक सार्वजनिक राजनीतिक रैली में खुलेआम नजर आया। इस रैली का आयोजन पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (PMML) द्वारा यौम-ए-तकबीर (पाकिस्तान के परमाणु परीक्षणों की वर्षगांठ) के अवसर पर किया गया था।
हमले का मास्टरमाइंड बताया
रैली में कसूरी ने भारत विरोधी नारे लगाए और खुले मंच से भाषण देते हुए कहा, "मुझे पहलगामआतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड बताया गया, अब मेरा नाम पूरी दुनिया में मशहूर है।" इस बयान के दौरान भीड़ ने जिहादी नारों के साथ उसकी बातों का समर्थन किया। बता दें, पहलगाम के बैसरन क्षेत्र में हुए क्रूर आतंकी हमले में 26 लोगों की बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिनमें अधिकतर हिंदू तीर्थयात्री और स्थानीय निवासी थे। यह हमला द रेजिस्टेंस फ्रंट नामक आतंकी संगठन द्वारा अंजाम दिया गया, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है।
आतंकवादियों की सूची में 32वें नंबर
रैली की एक और चौंकाने वाली बात यह रही कि मंच पर लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद भी मौजूद था, जो भारत की मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की सूची में 32वें नंबर पर है। तल्हा ने भी उग्र भाषण देते हुए जिहाद के समर्थन में नारे लगाए और भारत के खिलाफ हिंसक भाषा का इस्तेमाल किया।
सैफुल्ला कसूरी, जिसे खालिद के नाम से भी जाना जाता है, ने रैली में यह भी घोषणा की कि वह इलाहाबाद (प्रयागराज) में "मुदस्सिर शहीद" के नाम पर एक केंद्र, सड़क और अस्पताल बनवाने की योजना बना रहा है। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, मुदस्सिर अहमद वही आतंकवादी था जो भारत के जवाबी सैन्य ऑपरेशन 'सिंदूर' में मारा गया था।
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