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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: संसद के मानसून सत्र के दौरान बिहार में चल रहे SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) अभियान को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर सवालों की बौछार कर दी है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस मुद्दे को लेकर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार जवाब देने से बच रही है और विपक्ष की मांगों को नजरअंदाज कर रही है।
हम संसद में इस पर निरंतर चर्चा की मांग कर रहे
पवन खेड़ा ने कहा कि हम संसद में इस पर निरंतर चर्चा की मांग कर रहे हैं, लेकिन वह मांग स्वीकार नहीं हो रही है। हम सवाल चुनाव आयोग से पूछते हैं और जवाब भाजपा देती है। यह एक अनोखी परंपरा शुरू हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में SIR के नाम पर लाखों मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं, और चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश हो रही है। खेड़ा ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है और इस पर संसद में खुली बहस होनी चाहिए।
क्या है SIR विवाद?
बिहार समेत कुछ राज्यों में चुनाव आयोग द्वारा स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत मतदाता सूची की समीक्षा की जा रही है। विपक्ष का आरोप है कि इस प्रक्रिया में चयनात्मक रूप से वोटरों के नाम हटाए जा रहे हैं, जिससे चुनावी संतुलन प्रभावित हो सकता है।
राजनीतिक बहस तेज
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल लगातार संसद में इस मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब तक चर्चा की अनुमति नहीं दी गई है। इससे नाराज पवन खेड़ा ने कहा, "लोकतंत्र में जब संस्थाएं जवाबदेह नहीं होतीं, तो शक और अविश्वास पैदा होता है। Congress | pawan khera addresses the media