नई दिल्ली, वाईबीएन ब्यूरो । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह दिल्ली स्थित भारत मंडपम में ग्रामीण भारत महोत्सव का उद्घाटन किया । 4 से 9 जनवरी तक चलने वाले इस महोत्सव की थीम विकसित भारत 2047 के लिए एक लचीले ग्रामीण भारत का निर्माण रखी गई है । हालांकि इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने लंबे समय तक देश की सत्ता में रहे सियासी दलों पर जमकर तंज कसे । उन्होंने कहा कि ग्रामीण भारत की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए कभी पूर्व की सरकार ने सही योजनाएं ही नहीं बनाई । यह कारण रहा कि गांवों से पलायन बढ़ा । पहले की सरकारों का ध्यान ग्रामीण भारत पर था ही नहीं ।
ग्रामीण भारत के लोगों की उपेक्षा हुई
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि कृषि के अलावा भी हमारे गांव में अलग अलग तरह के पारंपरिक कला और कौशल से जुड़े हुए कितने ही लोग काम करते हैं। रूरल इकोनॉमी और लोकल इकोनॉमी में इनका बड़ा योगदान रहा है, लेकिन पहले इनकी भी उपेक्षा हुई। अब हम उनके लिए पीएम विश्वकर्मा योजना चला रहा हैं। ये योजना देश के लाखों विश्वकर्मा साथियों को आगे बढ़ने का मौका दे रही है।
2014 से लगातार ग्रामीण भारत की सेवा में लगा हूं
वह बोले - 2014 से ही मैं लगातार, हर पल ग्रामीण भारत की सेवा में लगा हूं। गांव के लोगों को गरिमापूर्ण जीवन देना मेरी सरकार की प्राथमिकता है। हमारा विजन है, भारत के गांव के लोग सशक्त बनें, उन्हें गांव में ही आगे बढ़ने के ज्यादा से ज्यादा अवसर मिले, उन्हें पलायन न करना पड़े, गांव के लोगों का जीवन आसान हो, इसलिए हमने गांव-गांव में मूलभूत सुविधाओं की गारंटी का अभियान चलाया।
हमने सब्सिडी बढ़ाकर DAP का दाम स्थिर रखा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया में DAP का दाम बढ़ रहा है, आसमान छू रहा है, लेकिन हमने निर्णय किया कि हम किसान के सिर पर बोझ नहीं आने देंगे और सब्सिडी बढ़ाकर DAP का दाम स्थिर रखा है। हमारी सरकार की नीयत, नीति और निर्णय ग्रामीण भारत को नई ऊर्जा से भर रहे हैं।
हमने हर वर्ग के लिए नीतियां बनाई
वह बोले - गांव के हर वर्ग के लिए विशेष नीतियां बनाई हैं। दो-तीन दिन पहले ही कैबिनेट ने 'पीएम फसल बीमा योजना' को एक वर्ष अधिक तक जारी रखने की मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों ने SC-ST-OBC की आवश्यकताओं की ओर ध्यान नहीं दिया। गांव से पलायन होता रहा, गरीबी बढ़ती रही, गांव और शहर के बीच की खाई बढ़ती रही। जिन्हें किसी ने नहीं पूछा, उन्हें मोदी ने पूजा है। जो इलाके दशकों से विकास से वंचित थे, अब उन्हें बराबरी का हक मिल रहा है।