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अमेरिकी दौरे से लौटने के बाद पीएम मोदी लगाएंगे Delhi CM के नाम पर मुहर

दिल्ली विधानसभा में शानदार जीत के बाद भाजपा में मुख्यमंत्री पद को लेकर बैठकों और चर्चाओं का दौर जारी है। मुख्यमंत्री पद के लिए कई नामों पर चर्चा चल रही है। 

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Mukesh Pandit
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। 

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दिल्ली विधानसभा में शानदार जीत के बाद भाजपा में मुख्यमंत्री पद को लेकर बैठकों और चर्चाओं का दौर जारी है। मुख्यमंत्री पद के लिए कई नामों पर चर्चा चल रही है। इनमें नई दिल्ली सीट से जीते परवेश, मनोज तिवारी, कपिल मिश्रा, मनिनंदर सिंह सिरसा का नाम शामिल है। इस बीच देर रात को पार्टी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेव की विधायकों से मुलाकात हुई और उन्होंने एलजी से भी मिलने के समय मांगा है। उधर, कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे से लौटने के बाद ही मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम मुहर लगेगी। 

दिनभर बैठकें और मुलाकातें चलती रहीं

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भाजपा की कार्यशैली के जानकारों का मानना है कि आलाकमान द्वारा विस्तृत विचाार-विमर्श के बाद ही मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम फैसला होगा। रविवार को दिनभर मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। दिनभर बैठकों और मुलाकातों का दौर जारी रहा। सुबह लगभग 11 बजे पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह के बीच बैठक हुई। कई नेता दिनभर एलजी से मुलाकात करने भी पहुंचे। देर शाम को पार्टी अध्यक्ष वीरेद्र सचदेवा ने भी उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात का समय मांगा। हालांकि यह भी तय माना जा रहा है कि विधायक दल की बैठक चुने जाने के बाद ही तस्वीर साफ होगी। इस बीच य़ह भी खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 फरवरी को फ्रांस और फिर अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं। अब मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम फैसला उनके वापस लौटने पर ही होगा।

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नाम को लेकर चौंका सकते हैं पीएम

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जहां तक मुख्यमंत्री पद के नाम का सवाल है, दिन भर कई नाम हवा में तैरते रहे। इनमें सबसे प्रमुख नाम परवेश वर्मा, आशीष सूद, सतीश उपाध्याय, मनोज तिवारी, मनिंदर सिंह सिरसा और बिजेंद्र गुप्ता के हैं। हालांकि पार्टी नाम पर अंतिम मुहर लगाने से पहले कई अन्य फैक्टर्स भी गौर कर रही है। जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन को भी देखा जा रहा है। 

वैसे, मुख्यमंत्री के नाम को ऐलान बेशक विधायक दल की बैठक में ही लिया जा सकता है, लेकिन पार्टी के जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री की कार्यशैली से किसी का नाम बता पाना किसी पार्टी नेता के बूते में नहीं है। कोई नया चेहरा अथवा ऐसा नाम हो सकता है, जो फिलहाल दौड़ में नजर ही नहीं आ रहा और अचानक सीएम बन जाए। 

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