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VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता Vinod Bansal ने किया SIR का समर्थन, कहा- यह राष्ट्रीय कर्तव्य है

भारत में मतदाता सूची से फर्जी और अवैध नाम हटाने के चुनाव आयोग के अभियान पर सियासी घमासान। क्या यह लोकतंत्र की शुद्धिकरण प्रक्रिया है या राजनीतिक दलों की असुरक्षा का परिणाम?

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Dhiraj Dhillon
VHP National Spokesperson Vinod Bansal

वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल

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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। चुनाव आयोग द्वारा देशभर में मतदाता सूचियों को शुद्ध करने का अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस राष्ट्रीय पहल को लेकर सियासी सरगर्मी भी चरम पर है। विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने चुनाव आयोग की इस कार्रवाई को लोकतंत्र के शुद्धिकरण की दिशा में अहम कदम बताया है। विनोद बंसल ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा- विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के शुद्धिकरण हेतु चुनाव आयोग को साधुवाद, यह अभियान पूरे देश में चले। उन्होंने लिखा कि मतदाता सूची से फर्जी, डुप्लीकेट और विदेशी घुसपैठियों के नाम हटाना न सिर्फ चुनाव आयोग का अधिकार है, बल्कि उसका संवैधानिक कर्तव्य भी है। उनका कहना है कि कुछ राजनीतिक दल जो इस अभियान का विरोध कर रहे हैं, वे वही हैं जो लंबे समय से अवैध वोटरों के सहारे सत्ता पर काबिज हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन दलों को डर है कि घुसपैठिए हटे तो उनकी राजनीतिक जमीन भी खिसक जाएगी।

बिहार में मतदाता सूची से लाखों नाम हटाने पर उठा विवाद

बिहार में नई मतदाता सूची से लाखों नाम हटने को लेकर विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं। इस पर बंसल का कहना है कि हटाए गए अधिकतर नाम या तो फर्जी, डुप्लीकेट या फिर विदेशी थे। अगर कोई वास्तविक भारतीय नागरिक गलती से सूची से बाहर हो गया हो, तो वह आसानी से पुनः शामिल हो सकता है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे इस राष्ट्रीय कार्य में सहयोग करें, ना कि चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था को कटघरे में खड़ा करें।

देशभर में चल रहा मतदाता सूची शुद्धिकरण अभियान 

गहन मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम आने वाले चुनावों की पारदर्शिता के लिए अहम माना जा रहा है। फिलहाल यह कार्यक्रम बिहार में चल रहा है, क्योंकि बिहार विधानसभा चुनाव इसी वर्ष होने हैं। हालांकि निर्वाचन आयोग इस बात की भी अधिकारिक घोषणा कर चुका है कि मतदाता सूची के रिवीजन का काम पूरे देश में होगा। हालांकि, इसे लेकर राजनीतिक मतभेद गहराते जा रहे हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव आयोग कितनी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ इस कार्य को अंजाम देता है। Voter List Controversy | Voter List Revision | Voter List Revision Issue
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