नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर पोस्ट कर चुनाव आयोग की ओर से घोषित Special Intensive Revision (SIR) प्रक्रिया पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने चुनाव आयोग पर आरएसएस- भाजपा के वोटबंदी कार्यक्रम में शामिल होने का आरोप लगाया है। खरगे ने गहन मतदाता सूची पुनरीक्षण की यह प्रक्रिया भाजपा और आरएसएस की उस मंशा का हिस्सा है, जिसके तहत वह वंचित वर्गों के वोटिंग अधिकार खत्म करना चाहती है। खरगे ने लिखा,"मोदी सरकार ग़रीबों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यकों और वंचितों के वोट काटना चाहती है, ताकि वो भारत के संविधान को मनुस्मृति के मुताबिक बदल सके।"
कांग्रेस अध्यक्ष ने चुनाव आयोग की भूमिका पर उठाए सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा- यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक संवैधानिक संस्था BJP-RSS के 'वोटबंदी' षड्यंत्र में शामिल हो गई है। बिहार में पहले ही देखा जा चुका है कि BLO किस तरह अपने ही लोगों से फार्म भरवा रहे हैं ताकि वंचितों का नाम हटाया जा सके। अब यही काम पूरे देश में होगा।
खरगे ने
भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा को भारत के संविधान और लोकतंत्र से चिढ़ है और वह रोज संविधान पर हमले के नए तरीके खोजती है।
बोले- डा. अंबेडकर के संविधान पर हमला
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को डॉ. भीमराव आंबेडकर और पंडित नेहरू के बनाए संविधान पर सीधा हमला बताया है। खरगे का यह बयान ऐसे समय आया है जब चुनाव आयोग ने SIR को पूरे देश में लागू करने की घोषणा की है और इस पर
विपक्ष की आशंकाएं लगातार बढ़ रही हैं।
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