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गडकरी की बेबाकी : बोले-सरकार विषकन्या, जिसके साथ जाती है उसको डुबोती है

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपने बेबाक और स्पष्ट बयानों के लिए जाने जाते हैं, जो अक्सर राजनीतिक और सामाजिक चर्चाओं का केंद्र बन जाते हैं। रविवार को फिर एक बार बेबाकी भरा बयान देकर सुर्खियां बटोरी हैं। 

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Mukesh Pandit
Nitin Gadkari
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपने बेबाक और स्पष्ट बयानों के लिए जाने जाते हैं, जो अक्सर राजनीतिक गलियारों और मीडिया में बहस का कारण बनते हैं।रविवार को फिर एक बार बेबाकी भरा बयान देकर सुर्खियां बटोरी हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि राजनीति नशे की तरह होती है और जब आदमी नशे में होता तो उसके विचार करने की शक्ति चली जाती है। साथ ही कहा, सरकार विषकन्या होती है जिसके साथ जाती है उसको डुबोती है।

बोले गडकरी, सरकार बहुत निकम्मी चीज होती है

नागपुर में 'स्पोर्ट्स एज ए करियर' कार्यक्रम में बोलते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि जब अच्छे दिन होते हैं तो तुम्हारी तारीफ करने वाले बहुत मिल जाएंगे, लेकिन समय जब खराब होता है तो पूछने वाला कोई नहीं होता। उन्होंने कहा कि मेरी बहुत इच्छा है कि नागपुर में 300 स्पोर्ट्स स्टेडियम बनाऊं, लेकिन चार साल के मेरे अनुभव के बाद मेरे ध्यान में आया कि सरकार बहुत निकम्मी चीज होती है। कॉर्पोरेशन के भरोसे कोई काम नहीं होता, ये लोग चलती गाड़ी को पंक्चर करने का हुनर रखते हैं।

सब कुछ सरकार के भरोसे नहीं होता

उन्होंने यह भी कहा कि सब कुछ सरकार के भरोसे नहीं होता, मेरा मानना है कि किसी भी पार्टी की सरकार हो, सरकार को दूर रखो,सरकार विषकन्या होती है जिसके साथ जाती है उसको डुबोती है। उनके बयान का यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर शेयर किया गया है। जो काफी वायरल हो रहा है। 

राजनीति और सत्ता पर तंज 

नितिन गडकरी ने नागपुर में कहा, "महात्मा गांधी के समय से राजनीति देश, समाज, विकास के लिए होती थी, लेकिन अब राजनीति सिर्फ़ सत्ता के लिए होती है।" इस बयान को उनकी अपनी पार्टी और सरकार पर अप्रत्यक्ष टिप्पणी के रूप में देखा गया, जिससे विपक्ष को इसे भुनाने का मौका मिला। सोशल मीडिया पर यह बयान वायरल हुआ और व्यापक चर्चा का विषय बना। 

गडकरी के ऐसे बयान, जो बहस का कारण बने

 विश्व युद्ध की आशंका 

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6 जुलाई 2025 :नागपुर में 'बियॉन्ड बॉर्डर्स' पुस्तक विमोचन के दौरान गडकरी ने कहा, "इजरायल-ईरान और रूस-यूक्रेन संघर्ष की वजह से कभी भी तीसरा विश्व युद्ध छिड़ सकता है।" उन्होंने युद्ध के नागरिकों पर प्रभाव और मानवता के संकट पर चिंता जताई। यह बयान वैश्विक तनाव के संदर्भ में खूब चर्चा में रहा।

सिस्टम और सरकार पर कटाक्ष

26 जुलाई 2025 :  को नागपुर में एक कार्यक्रम में गडकरी ने कहा, "सत्ता, संपत्ति और सौंदर्य क्षणिक हैं। सरकारें कई बार बेकार होती हैं। कॉरपोरेट और NIT वाले तो चलती गाड़ी में पंचर लगाने के विशेषज्ञ होते हैं।" इस व्यंग्यात्मक बयान को सिस्टम की नाकारापन पर तंज के रूप में देखा गया, जिसने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरीं।

जाति आधारित राजनीति पर प्रहार 

15 मार्च 2025: नागपुर में गडकरी ने कहा, "जो करेगा जात की बात, उसको कसके मारूंगा लात।" उन्होंने जोर देकर कहा कि व्यक्ति अपने गुणों से बड़ा होता है, न कि जाति, धर्म या भाषा से। यह बयान जाति आधारित राजनीति के खिलाफ उनके रुख को दर्शाता है और महाराष्ट्र की राजनीति में खूब चर्चा में रहा।

सरकारी निर्णय लेने की कमी 

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वर्ष 2020 : नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान गडकरी ने कहा, "सरकार के पास धन की कमी नहीं है, निर्णय लेने में हिम्मत की कमी है।" यह बयान सरकार की कार्यप्रणाली पर उनकी आलोचनात्मक टिप्पणी के रूप में देखा गया और विपक्ष ने इसे सरकार के खिलाफ हथियार बनाया। : Nitin Gadkari statement | Vishkanya remark | bold political comments | Nitin Gadkari latest news | Gadkari latest news 

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