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राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी Photograph: (Google)
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।भारत- पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी बुुरी तरह भड़कीं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा-पाकिस्तान जब तक आतंकिस्तान बना रहेगा, उसके साथ किसी भी तरह का रिश्ता मंजूर नहीं हो सकता और जो रिश्ता रखने की कोशिश करता है, वह बेनकाब होना चाहिए। बता दें कि शिवसेना प्रवक्ता का यह बयान एशिया कप के दौरान यूएई में भारत और पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को प्रस्तावित मैच पर आया है।
पाकिस्तान से जो जुड़ेगा, बेनकाब होगा
चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि अगर ऐसा कोई जुड़ाव होता है, तो हर उस पक्ष को बेनकाब करना जरूरी है जो इसमें शामिल हो, चाहे वह प्रायोजक हों, स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म हों, या फिर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई), भारत सरकार (GoI), और इसमें भाग लेने वाले भारतीय खिलाड़ी हों।
आतंकवाद के खिलाफ सख्ती जरूरी
Shivsena Leaderप्रियंका चतुर्वेदी का यह बयान पाकिस्तान के आतंकवाद को समर्थन देने की नीति को लक्ष्य करता है। उनका कहना है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद नहीं करता, भारत को उसके साथ किसी भी तरह का संबंध, (खासकर क्रिकेट जैसे खेल में) नहीं रखना चाहिए। यह मामला सिर्फ खेल का नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा और सम्मान से जुड़ा हुआ है। अगर जुड़ाव हुआ तो क्या कदम उठेंगे?चतुर्वेदी ने साफ किया कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच कोई जुड़ाव, जैसे क्रिकेट मैच, होता है, तो इसके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाने चाहिए।
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There can be no formats of engagement till Pakistan doesn’t stop being Aatankistan. If it happens, then we must name and shame every sponsor, every streaming platform, every Indian participating in this charade including BCCI &GoI. pic.twitter.com/itLIJHsPtS
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) July 26, 2025
बोलीं- प्रायोजकों को बेनकाब करें
राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा- जो कंपनियां इस आयोजन को फंड करें, उनके नाम सार्वजनिक हों। स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर सवाल उठाएं, जो इसे प्रसारित करें, उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाए। बीसीसीआई और खिलाड़ियों की जवाबदेही तय हो। अगर भारतीय खिलाड़ी या बीसीसीआई इसमें शामिल हों, तो उनकी भूमिका की जांच हो। उन्होंने कहा- भारत सरकार को स्पष्ट करना होगा कि वह ऐसा क्यों होने दे रही है।
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