Advertisment

Budget session: सदन में नड्डा हुए नाराज! बोले-नेता प्रतिपक्ष सहित विपक्ष के सदस्यों को रिफ्रेश कोर्स कराया जाए

सोमवार को संसद सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत हुई। कई विपक्षी दल विभिन्न मुद्दों पर सदन में चर्चा चाहते थे। चर्चा की मांग को लेकर सदन में हंगामा हुआ। अनुमति न मिलने पर विपक्षी सदस्यों ने वॉकआउट किया। विपक्ष के रवैये पर जेपी नड्डा ने अपनी नाराजगी व्यक्त की।

author-image
YBN News
jpnadda

jpnadda Photograph: (ians)

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

नई दिल्ली आईएएनएस।

नई दिल्ली आईएएनएस। सोमवार को संसद सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत हुई। इस दौरान कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल विभिन्न मुद्दों पर नियम 267 के अंतर्गत सदन में चर्चा चाहते थे। चर्चा की मांग को लेकर सदन में हंगामा हुआ। अनुमति न मिलने पर विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया। विपक्ष के इस रवैये पर नेता सदन और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने अपनी नाराजगी व्यक्त की।

Advertisment

यह भी पढ़ें: 'हिंदू राष्ट्र' वाले बयान पर गरमाई सियासत, Deputy CM विजय सिन्हा ने कहा- बिहार की धरती पर अब मां जानकी की भक्ति जगेगी

सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार

जेपी नड्डा ने कहा कि विपक्ष के सदस्यों को फ्रेशर कोर्स कराया जाना चाहिए। जेपी नड्डा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष सहित विपक्ष के सदस्यों को एक रिफ्रेश कोर्स कराया जाए, ताकि इनको संसद के नियम कायदों का पता लग सके। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। नड्डा ने कहा कि मैं इनके वॉकआउट की निंदा करता हूं और इसे गैर-जिम्मेदार रवैया मानता हूं। 

Advertisment

यह भी पढ़ें: Bihar Election: लालू यादव ने क्या बनाई रणनीति, तेजस्वी के पक्ष में लहर नहीं आएगा तूफान!

जेपी नड्डा ने कहा कि कुछ दिनों से हम देख रहे हैं कि सदन में नियम 267 के तहत कुछ सदस्य सुबह-सुबह नोटिस दे देते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि नियम 267 के तहत एक बार नहीं बल्कि अनेक बार रूलिंग दी जा चुकी है। 8 दिसंबर 2022 और 19 दिसंबर 2022 को राज्यसभा के सभापति ने इसके लिए अपनी व्यवस्था दी है।

संसद की मर्यादा  रहे कायम 

Advertisment

 नड्डा ने राज्यसभा में पीठासीन उपसभापति हरिवंश से कहा कि इस व्यवस्था के तहत आपने विपक्ष द्वारा उठाए गए नियम 267 के विषयों को अस्वीकृत किया है। उन्होंने कहा कि यह प्रथा कहीं न कहीं विपक्ष के द्वारा संस्थाओं को नुकसान पहुंचाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि संसद की मर्यादाओं को इसके द्वारा आघात पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। विपक्ष चर्चा नहीं करना चाहता। इसके साथ ही यह दिखाने का प्रयास किया जाता है कि सरकार जवाब नहीं देना चाहती या फिर चर्चा नहीं चाहती। 

यह भी पढ़ें: Dhirendra krishna Shastri के 'हिंदू राष्ट्र' वाले बयान पर गरमाई बिहार की सियासत, सामने आई RJD की प्रतिक्रिया

नड्डा ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली यह सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए पूरी तरह से तैयार है, लेकिन कुछ नियम और कानून होते हैं, जिसके तहत बहस होती है। दरअसल, इससे पहले राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए। हालांकि खड़गे निर्धारित मुद्दे से इतर दूसरे मुद्दों पर बोलने लगे। 

Advertisment

विपक्ष ने सदन से किया वॉकआउट 

यह भी पढ़ें: Holi in Mathura: ब्रज में मनाई जाती 40 दिनों तक होली, राधा दामोदर मंदिर में हुआ इसका आगाज, श्रद्धालुओं ने लगाया एक-दूजे को गुलाल

उपसभापति ने उन्हें इस विषय पर बोलने की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद सदन में हंगामा हो गया और विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने लगे। विपक्ष ने मतदाता सूची का मुद्दा उठाना चाहा, लेकिन उपसभापति द्वारा उन्हें इस पर बोलने की अनुमति नहीं दी गई। अनुमति न मिलने पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया। जेपी नड्डा ने विपक्ष के वॉकआउट की निंदा की। उन्होंने इसे विपक्ष का गैर-जिम्मेदाराना रवैया बताया।

Advertisment
Advertisment