समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लगातार महाकुंभ में व्यवस्थाओं और मौनी अमावस्या की घटना को लेकर हमलावर हैं। इससे एक कदम और आगे बढ़कर लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर बैनर लगाए गए हैं, 27 में आएंगे अखिलेश, 32 में कराएंगे अर्धकुंभ विशेष। यह बैनर लोहिया वाहिनी के सोनिल श्रीनेत की ओर से लगाए गए हैं। बैनर में अखिलेश यादव पवित्र संगम में स्नान और जलाभिषेक करते दिख रहे हैं। महाकुंभ के आयोजन के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ा।
लोकसभा में भी उठाया सवाल
उधर, सपा मुखिया अखिलेश यादव ने लोकसभा में शुक्रवार को मौनी अमावस्या पर हुई घटना पर सवाल किए और कहा कि कोई अपनी मां को ढूंढ रहा है तो कोई अपनी बहन और बेटी को डिजिटल कुंभ का आयोजन करने वाले न तो आंकड़े दे पा रहे है और न गुम हुए लोगों के परिजनों को जानकारी मिल रही है।
आंकड़ों को लेकर उठा चुके हैं सवाल
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने महाकुंभ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं के आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए कहा था कि राज्य सरकार संगम पर स्नान करने वाले करोड़ों लोगों को तो रोज गिन ले रही है लेकिन मौनी अमावस्या पर हुई घटना में मारे गए लोगों का आंकड़ा सरकार के पास नहीं है। उन्होंने सरकार पर सच को छिपाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि यह पहली सरकार है जो मौत को छिपाने का प्रयास कर रही है।
सपा का जोश जाहिर करने का प्रयास
मिल्कीपुर उप-चुनाव के नतीजे आने से पहले सपा की ओर से 2027 में अखिलेश के आने का दावा करके यह बताने का भी प्रयास किया है कि पार्टी में पूरा जोश और उत्साह है और पार्टी उप-चुनाव बहुत करने जा रही है, हालांकि दो दिन से अखिलेश यादव मिल्कीपुर उप चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग पर हमलावर हैं, इस बात को लेकर भाजपा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है कि हार के समय ही अखिलेश को यह सब बातें याद आती हैं। भाजपा सांसद रविकिशन ने कहा कि लोकसभा 2024 में जब उत्तर प्रदेश में सपा का प्रदर्शन अच्छा रहा तो उन्होंने आयोग को कुछ नहीं कहा था, अब हार के डर से वे ऐसा कर रहे हैं, जो बहुत ही गलत है।