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BJP Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
भाजपा में बड़े बदलाव की संभावना है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भाजपा मुख्यालय में आयोजित विजय उत्सव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बात के संकेत दे चुके हैं कि युवाओं को राजनीति में आगे आने की जरूरत है। माना जा रहा है भारतीय जनता पार्टी अपने संगठन में बदलाव कर प्रधानमंत्री का बात को धरातल पर उतारने का प्रयास करेगा। दूसरे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भी चाहता है कि पार्टी नेतृत्व में परिवर्तन हो। संगठन चुनाव में इस बात का असर दिखना भी लाजिमी है।
युवाओं को जोड़ने के बाद बदलाव की जरूरत
देश में इस समय करीब 45 करोड़ युवा मतदाता हैं। बड़ी बात यह भी है कि युवा मतदाता ही कोई परसेप्शन बनाने या बिगाड़ने की स्थिति में हैं। परिवार में युवाओं की राय डिसाइडिंग फैक्टर साबित हो रही है और भाजपा को सत्ता में लाने में युवाओं की ही बड़ी भूमिका मानी जाती है, ऐसे में युवा पार्टी का प्राथमिकता वाला वर्ग है, उसे जोड़े रखने के लिए जरूरी है कि नेतृत्व में उसकी साझेदारी नजर आए। यह बात भाजपा का शीर्ष नेतृत्व और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भी मानता है कि युवा ही देश की दशा और दिशा बदलने की स्थिति में हैं।
सामाजिक न्याय के समीकरण साधने का प्रयास
पार्टी नेतृत्व में युवाओं की तरजीह बढ़ाकर भारतीय जनता पार्टी सामाजिक न्याय का संदेश देने का प्रयास करेगी। इसलिए पार्टी नेतृत्व संगठन में शीर्ष स्तर तक बदलाव करने का इच्छुक है। यह प्रयास पार्टी संगठन को 21वीं सदी की पीढ़ी से जोड़ने में खास भूमिका निभाएगा। पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक नए और युवा नेताओं को तवज्जो देने के साथ ही केंद्रीय नेतृत्व में महिलाओं की मौजूदगी भी भाजपा के सामाजिक न्याय को प्रदर्शित करने वाला होगा। जाहिर तौर पर इस बार पार्टी की सेंट्रल टीम में महिलाओं की संख्या बढ़ने वाली है।
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एक माह में मिल जाएगा भाजपा को नया अध्यक्ष
भाजपा के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्ठा के केंद्र में मंत्री और राज्यसभा में नेता सदन बनने के बाद यह साफ हो गया है कि पार्टी ने नया अध्यक्ष चुनने का मन बना लिया है। माना जा रहा है कि एक माह में पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। इसी दौरान आधे से अधिक राज्यों में भी संगठन चुनाव संपन्न हो चुके होंगे। आरएसएस का मानना है कि उन्हीं नेताओं की संगठन और सरकार में अदला बदली करने भर से काम नहीं चलेगा। पार्टी संगठन में नए चेहरे लाने होंगे ताकि बदलाव प्रभावी रूप से दिखायी भी पड़े। पार्टी की गति बनाए रखने के लिए बदलाव करते रहना बड़ा जरूरी है।
महासचिव और उपाध्यक्ष पदों पर भी दिखेंगे नए चेहरे
भाजपा इस बार संगठन में आमूल चूल परिवर्तन करने की तैयारी में है। केवल अध्यक्ष पद पर नया चेहरा होगा, ऐसा नहीं है। महासचिव और उपाध्यक्ष पदों पर भी पार्टी नए औ युवा चेहरों को आगे बढ़ाना चाहता है। इसी तरह राज्यों में संगठन में बड़ी बदलाव होने से पार्टी नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेगी, ऐसी तैयारी है। यह तैयारी जल्दी ही धरातल पर उतरती भी नजर आएगी। ऐसा करने से भाजपा को कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को घेरने में भी आसानी होगी।