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जम्मू, आईएएनएस। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने गुरुवार को 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में विशेष एनआईए अदालत के फैसले का स्वागत किया। एनआईए अदालत ने इस मामले के सभी सात आरोपियों को बरी कर दिया है। अदालत के इस फैसले पर आरोपी समीर कुलकर्णी ने कहा कि आज हमारी और हमारे परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है। अदालत ने हमारी बेगुनाही पर मुहर लगा दी है, जो हम पहले दिन से जानते थे।
अदालत का फैसला स्वागतयोग्य है
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मालेगांव विस्फोट मामले में अदालत का फैसला स्वागतयोग्य है और इस पर टिप्पणी नहीं की जा सकती। इस देश में जिस तरह कांग्रेस ने एक साजिश के तहत 'हिंदू आतंकवाद' का नारा गढ़ने की कोशिश की। अब स्पष्ट है कि यह वोट बैंक हासिल करने की एक जानबूझकर की गई कोशिश थी। यह सब हिंदुओं को बदनाम करने के लिए किया गया था।
चुनाव घोषणापत्र में किए गए वादों पर चर्चा करें
जम्मू-कश्मीर में धारा-370 हटने के बाद कानून-व्यवस्था पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के सवाल को लेकर चुघ ने कहा कि मैं फारूक और उमर अब्दुल्ला से कहना चाहता हूं कि वे चुनाव घोषणापत्र में किए गए वादों पर चर्चा करें। वे अपने वादों पर खरे नहीं उतरे। उमर को 'विक्टिम कार्ड' खेलना बंद करना चाहिए और अपना रिपोर्ट कार्ड दिखाना चाहिए। पुलिस को छोड़कर, आपके पास सारा विभाग है। नशे के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए। उमर और फारूक के पिछले शासनकाल में कितने निर्दोष मारे गए। अब पथराव की स्थिति शून्य है। अब कानून-व्यवस्था नियंत्रण में है, नागरिकों की हत्याओं के पीछे जो लोग हैं, उन्हें सजा मिलेगी।
पाकिस्तान के सोशल मीडिया स्टार न बनें
उन्होंने पहलगाम हमलावरों पर कार्रवाई को लेकर कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' और 'ऑपरेशन महादेव' के लिए सेना की प्रशंसा की जानी चाहिए। आतंकवाद की फैक्ट्री में 100 से ज्यादा लोग मारे गए। उमर को इसकी प्रशंसा करनी चाहिए, सवाल उठाने वालों का साथ नहीं देना चाहिए। मैं उमर और राहुल गांधी से आग्रह करता हूं कि पाकिस्तान के सोशल मीडिया स्टार न बनें। आप अपनी सेना से ज्यादा पाकिस्तानी सेना के मुखपत्र पर भरोसा करते हैं। जनवरी 1990 में मुख्यमंत्री कौन था। हम आतंकवाद को खत्म करने के लिए काम कर रहे हैं। यह मोदी सरकार है, जिसका ध्येय वाक्य है, खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा।
सच्चाई की हुई जीत : समीर कुलकर्णी
समीर कुलकर्णी ने कहा किअब हम लोगों की बेगुनाही देश के सामने आ गई है। हम लोगों को एक साजिश के तहत इस मामले में फंसाया गया था और आज हम लोगों को न्याय मिला है। हम न्यायपालिका का आभार जताते हैं। कांग्रेस पार्टी को इस साजिश के लिए देश की जनता के माफी मांगना चाहिए।" वहीं बरी हुए सेवानिवृत्त मेजर रमेश उपाध्याय ने कहा कि हमें न्याय प्रणाली पर भरोसा था और आज सच्चाई की जीत हुई है।
उन्होंने कहा, "मैं भारतीय न्यायपालिका और अदालत का बहुत आभारी हूं। उन्होंने न्याय में मेरे विश्वास को बरकरार रखा और हमें बाइज़्ज़त बरी किया। हम न्यायपालिका, भारत की जनता और वकीलों के आभारी हैं। आज कोर्ट ने सच्चाई पर मुहर लगाई है। पिछली सरकार ने चुनावी राजनीति के लिए हमें फसाया, जो आरोप हमारे ऊपर लगे थे, वो एनआईए सिद्ध नहीं कर पाई और कोर्ट ने भी वही कहा है।"
मुझे बहुत खुशी है
वहीं कर्नल प्रसाद पुरोहित के पड़ोसी अंकुश मोहोल ने कहा, "मुझे बहुत खुशी है। मैं उन्हें 25-30 सालों से जानता हूं। मैंने हमेशा कहा कि आज या कल, किसी दिन वे बरी हो जाएंगे। साजिश के तहत इस मामले को उछाला गया था और हमें बेहद खुशी है कि इस मामले में आज न्याय मिला है और सत्य की जीत हुई है। हम इस फैसले का स्वागत करते हैं।"
वहीं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मालेगांव विस्फोट मामले में सभी सातों आरोपियों को बरी किए जाने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह मामला ही गलत था, इन सभी को बहुत पहले ही बरी कर दिया जाना चाहिए था। आज का फैसला स्वागत योग्य है। पूरा मामला तत्कालीन सरकार के इशारे पर आगे बढ़ा था, लेकिन आज के फैसले से न्याय की जीत हुई है। मालेगांव विस्फोट मामले में सात आरोपियों को न्याय मिलने पर महंत महादेव दास बाबा ने कहा कि यह हर्ष, उत्साह और खुशी की बात है कि आज साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को न्याय मिला है। 2025 Indian politics,Tarun Chugh statement,Omar Abdullah controversy Rahul Gandhi Pakistan